करनाल: जैसे-जैसे इंसान उन्नति की ओर बढ़ रहा है वैसे-वैसे आम लोगों की सुविधाओं के लिए काफी उपकरण बनाए जा रहे हैं, लेकिन अगर सावधानी ना बरती जाए तो इन्हीं उपकरणों की वजह से आगजनी की बड़ी-बड़ी घटनाएं भी होती हैं. आग लगने के मामलों में सबसे ज्यादा दो ही कारण सामने आते हैं- एक तो गैंस सिलेंडर और दूसरा शॉर्ट सर्किट होना.
शॉर्ट सर्किट के कारण सबसे ज्यादा लगती है आग
आज हर घर की रसोई में खाना बनाने के लिए घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन इससे आग जैसी घटनाओं भी बढ़ती जा रही हैं. साथ ही अब हर घर तक बिजली पहुंच रही है, लेकिन इस बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण लगभग 90 प्रतिशत आग की घटनाएं होती हैं.
बात करें करनाल जिले की तो 1 जनवरी 2021 से लेकर अब तक जिले में आग लगने के लगभग 90 मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें 90 प्रतिशत मामले बिजली के शार्ट सर्किट के कारण आग लगने के हैं.
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आपको करनाल में आग लगने की पिछली कुछ घटनाओं के बारे में बताते हैं. बीती 23 फरवरी को गांव घोगड़ीपुर के पास एक पटाखा फैक्ट्री में आग लगी थी जिसमें तीन मजदूरों की झुलसने से मौत हो गई थी, और लगभग 50 लाख रुपये का नुकसान भी हुआ था. इस आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया था.
वहीं बीते दिन यानि 26 मार्च को ही करनाल में एक लकड़ी के कारखाने में आग लग गई थी जिसमें लाखों का नुकसान हो गया था. हालांकि गनीमत ये रही कि इस आग की चपेट में कोई इंसान नहीं आया. इसके अलावा गैस लीकेज से आग लगने की भी काफी घटनाएं करनाल में सामने आई हैं.
फायर स्टेशन ऑफिसर ने बताए बचाव के तरीके
आग की घटनाओं को लेकर हमनें करनाल फायर स्टेशन ऑफिसर नरेंद्र सिंह से बात की जिन्होंने बताया कि आग लगने के मामलों में सबसे ज्यादा गैस सिलेंडर लीकेज और शॉर्ट सर्किट जैसे कारण ही सामने आते हैं. इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए. गैस सिलेंडर का रेगुलेटर रात को जरूर बंद करें और आईएसआई हॉलमार्क वाली अच्छी कंपनी के सामान का ही उपयोग करें.
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उन्होंने बताया कि जब भी गैस सिलेंडर लें तो उसमें लीकेज है या नहीं तुरंत चेक करें. लीकेज होने पर डिलीवरी वाले व्यक्ति से सिलेंडर बदलवा लें. इसके अलावा आग लगने पर सिलेंडर पर गीला कपड़ा डाल दें. सिलेंडर वाला कमरा बंद भी नहीं रखना चाहिए.
गैस सिलेंडर से आग लगने को लेकर आम लोग खासकर कि गृहणी कितनी जागरूक हैं इसको लेकर भी हमने लोगों से बात की. स्थानीय निवासी निर्मल देवी ने बताया कि वो सिलेंडर को लेकर काफी सावधानियां बरतते हैं. रोज रात को रेगुलेटर बंद करते हैं और थोड़ी भी लीकेज होने पर तुंरत मिस्त्री को बुलाते हैं.
बहरहाल करनाल में आग लगने की घटनाएं तो होती रहती हैं, लेकिन दमकल विभाग की सतर्कता के कारण कोई भी हादसा बड़ा नहीं होने दिया जाता. साथ ही गैस सिलेंडर और शॉर्ट सर्किट को लेकर स्थानीय लोग भी काफी जागरूक हैं. जिस वजह से करनाल जिले में आग लगने की छुटपुट घटनाएं ही सामने आती हैं.
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