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जींद: बिना मास्क चालान पर व्यापारियों ने प्रशासन को दी आंदोलन की चेतावनी

जींद में पुलिस प्रशासन द्वारा मास्क न लगाने पर व्यापारियों के भारी संख्या में चालान काटने पर जींद जिले का व्यापार मंडल लामबंद हो गया है. व्यापारियों ने प्रशासन को चालान काटने के विरोध में आंदोलन करने की चेतावनी दे डाली है.

jind vyapari against mask challan
jind vyapari against mask challan
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Published : Jun 18, 2020, 7:18 PM IST

जींद: कोरोना को लेकर प्रदेश में मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है और जो लोग इस नियम का उल्लंघन कर रहे हैं उनका चालान काटा जा रहा है. जींद में भी पुलिस ने मास्क ना पहनने को लेकर कई लोगों के चालान काटे हैं जिनमें व्यापारी भी शामिल हैं. वहीं व्यापारियों में चालान काटने की कार्रवाई को लेकर नाराजगी है.

पुलिस पर गलत तरीके से चालान काटने के लगे आरोप

हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जिला प्रधान महावीर ने व्यापारियों की मीटिंग बुलाई और मीटिंग में कहा कि पुलिस प्रशासन के कर्मचारी व नगर परिषद के अधिकारी कोरोना महामारी की आड़ में नाजायज तौर पर चालान काट रहे हैं. व्यापारी किसी भी सूरत में चालान वसूली को बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि दुकानदार जब पानी पीने और खाना खाने के समय मास्क उतारते हैं तो पुलिस कर्मचारी मौके की तलाश में रहते हैं और उस पर तुरन्त 500 रुपये का चालान काटते हैं और फिर उसकी वसूली करते हैं.

जींद में व्यापारियों ने प्रशासन को चालान काटने के विरोध में आंदोलन करने की चेतावनी दे डाली है.

हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल इस तरह की कार्रवाई का विरोध करता है. पुलिस व नगर परिषद की कार्यप्रणाली संतोषजनक नहीं है, जिससे व्यापारियों में भय और दहशत का माहौल है. व्यापारी नेता ईश्वर बंसल ने कहा कि जल्द ही नगर ईकाई की बैठक बुलाई जाएगी और इसमें नगर परिषद व पुलिस की तानाशाही को लेकर कड़ा फैसला लिया जाएगा. उन्होंने उपायुक्त व एसपी से मांग की है कि नाजायज तौर पर चालानों की प्रक्रिया को रोके नहीं तो मजबूरन व्यापारियों को आंदोलन करना पड़ेगा.

ये भी पढ़ें- कोरोनाः जानिए हरियाणा के किस जिले में कितने मरीजों की हालत गंभीर है

उन्होंने कंटेनमेंट जोन का हवाला देते हुए कहा कि कंटेनमेंट जोन दो बल्लियां लगाकर रास्ता रोकने से घोषित नहीं होता. कंटेनमेंट जोन की अवधि में प्रशासन कालोनी वासियों की कोई सुध नहीं ले रहा. कंटेनमेंट जोन के एरिये में जो केन्द्र सरकार और सरकार की गाइडलाइन हैं उनको सही ढंग से पालना नहीं कर रहा. उस एरिया में ना सैनिटाइजर छिड़काव होता है और ना ही कोरोना टेस्ट. कालोनी वासियों को खाद्य सामग्री भी उपलब्ध नहीं कराई जाती. अधिकारी लापरवाही कर रहे हैं और प्रशासन व्यापारियों के चालान काट रहा है.

जींद: कोरोना को लेकर प्रदेश में मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है और जो लोग इस नियम का उल्लंघन कर रहे हैं उनका चालान काटा जा रहा है. जींद में भी पुलिस ने मास्क ना पहनने को लेकर कई लोगों के चालान काटे हैं जिनमें व्यापारी भी शामिल हैं. वहीं व्यापारियों में चालान काटने की कार्रवाई को लेकर नाराजगी है.

पुलिस पर गलत तरीके से चालान काटने के लगे आरोप

हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जिला प्रधान महावीर ने व्यापारियों की मीटिंग बुलाई और मीटिंग में कहा कि पुलिस प्रशासन के कर्मचारी व नगर परिषद के अधिकारी कोरोना महामारी की आड़ में नाजायज तौर पर चालान काट रहे हैं. व्यापारी किसी भी सूरत में चालान वसूली को बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि दुकानदार जब पानी पीने और खाना खाने के समय मास्क उतारते हैं तो पुलिस कर्मचारी मौके की तलाश में रहते हैं और उस पर तुरन्त 500 रुपये का चालान काटते हैं और फिर उसकी वसूली करते हैं.

जींद में व्यापारियों ने प्रशासन को चालान काटने के विरोध में आंदोलन करने की चेतावनी दे डाली है.

हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल इस तरह की कार्रवाई का विरोध करता है. पुलिस व नगर परिषद की कार्यप्रणाली संतोषजनक नहीं है, जिससे व्यापारियों में भय और दहशत का माहौल है. व्यापारी नेता ईश्वर बंसल ने कहा कि जल्द ही नगर ईकाई की बैठक बुलाई जाएगी और इसमें नगर परिषद व पुलिस की तानाशाही को लेकर कड़ा फैसला लिया जाएगा. उन्होंने उपायुक्त व एसपी से मांग की है कि नाजायज तौर पर चालानों की प्रक्रिया को रोके नहीं तो मजबूरन व्यापारियों को आंदोलन करना पड़ेगा.

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उन्होंने कंटेनमेंट जोन का हवाला देते हुए कहा कि कंटेनमेंट जोन दो बल्लियां लगाकर रास्ता रोकने से घोषित नहीं होता. कंटेनमेंट जोन की अवधि में प्रशासन कालोनी वासियों की कोई सुध नहीं ले रहा. कंटेनमेंट जोन के एरिये में जो केन्द्र सरकार और सरकार की गाइडलाइन हैं उनको सही ढंग से पालना नहीं कर रहा. उस एरिया में ना सैनिटाइजर छिड़काव होता है और ना ही कोरोना टेस्ट. कालोनी वासियों को खाद्य सामग्री भी उपलब्ध नहीं कराई जाती. अधिकारी लापरवाही कर रहे हैं और प्रशासन व्यापारियों के चालान काट रहा है.

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