जींद: जिले में 5 बिजली विभाग के कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है, इन 5 कर्मचारियों पर बिजली विभाग के अधिकारियों से मारपीट, सरकारी काम में बाधा डालने और बंधक बनाने के जुर्म में निलंबित किया गया है. हालांकि निलंबन के बाद बिजली कर्मचारी यूनियन ने अधिकारियों के दफ्तर के बाहर धरना शुरू कर दिया है. इस मामले में पीड़ित बिजली विभाग के SDO की शिकायत पर पांचों के खिलाफ जींद शहर में कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इस मामले में जींद में कार्यरत सभी अधिकारियों ने एक आपात बैठक बुलाई जिसमें पांचों कर्मियों को सस्पेंड करने का निर्णय लिया गया और इनको एक लैटर भी जारी किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि इन पांच दोषी कर्मचारियों ने जिसमें लाइन मैन और एक क्लर्क शामिल है, SDO स्तर के पांच अधिकारियों को बंधक बनाया था जो कि सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि वर्कर्स यूनियन ने ऐसी मांगे रखी थी जो SDO स्तर पर हल नहीं हो सकती थी. जब प्रदर्शन करते हुए इन्होंने अधिकारियों को बंधक बनाया तो उसी दौरान व्यक्तिगत रूप से अधिकारियों को टारगेट किया गया, ड्यूटी के बाद जब अधिकारी निकलने लगे तो उनके साथ मारपीट तक की गई थी. इसीलिए इन कर्मचारियों को दोषी मानते हुए सस्पेंड किया गया है.
इस मामले में जींद में कार्यरत सभी अधिकारियों ने एक आपात बैठक बुलाई जिसमे पांचों कर्मियों को सस्पेंड करने का निर्णय लिया गया और इनका लैटर भी जारी किया गया. अधिकारियों ने बताया कि पांचों को सस्पेंड किया गया है और इनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया है और पुलिस से सख्त करवाई की मांग की गई है.
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