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जींद: बिजली विभाग की गलतियों का खामियाजा भुगत रहे उपभोक्ता, थमाया 57000 का बिल

जींद जिला में बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई है. विभाग ने एक उपभोक्ता को लाॅकडाउन का 57650 रुपये का बिल थमा दिया.

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Published : Jul 21, 2020, 11:12 PM IST

electricity department gave bill of 57650 to consumer in jind
electricity department gave bill of 57650 to consumer in jind

जींद: बिजली विभाग सुधार के तमाम दावे करे, लेकिन उपभोक्ताओं को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है. विभाग की गलतियों का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है. हरियाणा के जींद जिला में बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई है. यहां जनवरी का 331 रुपये का बिल और मार्च का 655 रुपये बिल भरने के बाद भी विभाग ने उपभोक्ता को लाॅकडाउन का 57650 रुपये का बिल थमा दिया.

उपभोक्ता के घर में मात्र 3 एलईडी, एक पंखा और एक सिंगल बैटरी है, लेकिन इसके बावजूद विभाग ने हजारों में बिल थमा दिया. इतना ज्यादा बिल आने के बाद उपभोक्ता परेशान है. उपभोक्ता इसको लेकर अधिकारियों से भी मिल चुका हैं, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है.

बिजली विभाग की गलतियों का खामियाजा भुगत रहे उपभोक्ता, देखें वीडियो
पीड़ित सुनील ने कहा कि उसका बिजली का इतना खर्च नहीं है, तो फिर वो कैसे इतना ज्यादा बिल भरे. विभाग इससे पहले भी उन्हें ज्यादा पैसों का बिल थमा चुका है. उन्होंने कहा कि इसके बाद तीन महीने बिल ठीक आया, लेकिन अब फिर से विभाग ने 57650 रुपये का बिल थमाया है. सुनील ने विभाग से मांग की है कि इसे ठीक किया जाए. वो इतने पैसे का बिल नहीं भर सकता है. इससे पहले भी जींद जिले में कई ऐसे मामले देखे जा चुके हैं जिनमें मीटर रीडर की गलती की वजह से लोगों को भारी-भरकम बिल आया और उसके बाद हफ्तों कार्यालय में चक्कर काटने के बाद उनका बिल सही हो पाया अब यही गलती इस उपभोक्ता के साथ दोबारा हुई है. वहीं इस बारे में बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मीटर रीडिंग के लिए निजी कंपनी को ठेका दिया गया है. इस गलती के लिए कंपनी की जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में चार जेल अस्थायी घोषित, कोरोना को देखते हुए लिया गया फैसला

जींद: बिजली विभाग सुधार के तमाम दावे करे, लेकिन उपभोक्ताओं को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है. विभाग की गलतियों का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है. हरियाणा के जींद जिला में बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई है. यहां जनवरी का 331 रुपये का बिल और मार्च का 655 रुपये बिल भरने के बाद भी विभाग ने उपभोक्ता को लाॅकडाउन का 57650 रुपये का बिल थमा दिया.

उपभोक्ता के घर में मात्र 3 एलईडी, एक पंखा और एक सिंगल बैटरी है, लेकिन इसके बावजूद विभाग ने हजारों में बिल थमा दिया. इतना ज्यादा बिल आने के बाद उपभोक्ता परेशान है. उपभोक्ता इसको लेकर अधिकारियों से भी मिल चुका हैं, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है.

बिजली विभाग की गलतियों का खामियाजा भुगत रहे उपभोक्ता, देखें वीडियो
पीड़ित सुनील ने कहा कि उसका बिजली का इतना खर्च नहीं है, तो फिर वो कैसे इतना ज्यादा बिल भरे. विभाग इससे पहले भी उन्हें ज्यादा पैसों का बिल थमा चुका है. उन्होंने कहा कि इसके बाद तीन महीने बिल ठीक आया, लेकिन अब फिर से विभाग ने 57650 रुपये का बिल थमाया है. सुनील ने विभाग से मांग की है कि इसे ठीक किया जाए. वो इतने पैसे का बिल नहीं भर सकता है. इससे पहले भी जींद जिले में कई ऐसे मामले देखे जा चुके हैं जिनमें मीटर रीडर की गलती की वजह से लोगों को भारी-भरकम बिल आया और उसके बाद हफ्तों कार्यालय में चक्कर काटने के बाद उनका बिल सही हो पाया अब यही गलती इस उपभोक्ता के साथ दोबारा हुई है. वहीं इस बारे में बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मीटर रीडिंग के लिए निजी कंपनी को ठेका दिया गया है. इस गलती के लिए कंपनी की जिम्मेदार है.

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