ETV Bharat / city

हिसार में वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम से कम होगी भूमिगत जल की समस्या, किसानों को मिलेगा लाभ

author img

By

Published : May 2, 2022, 2:18 PM IST

हरियाणा के जिला हिसार में भूमिगत जल की समस्या बढ़ती जा रही (Underground Water Level Increasing in Hisar) है. जिससे किसानों की फसलों पर काफी असर पड़ रहा है. ऐसे में इस समस्या से किसानों को निजात दिलाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम लगाए जा रहे (Vertical Drainage System Installing In Hisar) हैं. जिससे किसानों को काफी फायदा मिल रहा है.

Underground Water Level Increasing in Hisar
हिसार में भूमिगत जल की समस्या

हिसार: वैश्विक स्तर पर भूमिगत जल की समस्या गंभीर होती जा रही है. भारत में प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता में 1950 और 2005 के बीच 68 प्रतिशत की कमी आई है और 2050 तक यह 77 प्रतिशत तक घटने की संभावना है, लेकिन हरियाणा प्रदेश के 12 जिलों में 393092 हेक्टेयर भूमि ऐसी भी है जहां भूमिगत जल स्तर इतना ऊपर है कि वह किसानों के लिए परेशानी की सबब बन गया (Underground Water Level Increasing in Hisar) है. इसी समस्या से निजात दिलाने के लिए कृषि एवं कल्याण विभाग ने वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू (Vertical Drainage System Installing In Hisar) की है. इस योजना में भूमिगत जल स्तर का लेवल नीचा करने के लिए वहां ट्यूबल लगाए जा रहे हैं जिसके जरिए पानी निकालकर ड्रेन में डाला जा रहा है.

जलस्तर बढ़ने का कारण: हिसार के गांव में जमीनी पानी प्रयोग करने लायक नहीं है इसलिए भूमिगत जल को जमीन से बहुत कम ही निकाला जाता है. इसके अलावा यहां धान की खेती में जो पानी प्रयोग किया जाता है, उसका हिस्सा भी जमीन में ही रिसकर जा मिलता है. बारिश की वजह से भी जमीनी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, लेकिन जमीन से पानी निकाला नहीं जा रहा है. इसी वजह से पानी जमीन में जाते-जाते इतना ऊपर आ गया कि अब 5 फीट का खड्डा भी खोद तो उसमें पानी भर जाता है.

हिसार में वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम से कम होगी भूमिगत जल की समस्या, किसानों को मिलेगा लाभ

क्या है वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम: वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम के तहत हिसार के कई गांवों में ऐसे इलाकें हैं जिसमें भूमिगत जलस्तर बेहद ऊंचा है, यहां इन इलाकों में 16 ट्यूबवेल लगाए जा रहे हैं, इन ट्यूबवेल से पाइप लाइन ट्रेन तक बिछाई गई है, धूप निकलते ही यह ट्यूबवेल अपने आप स्टार्ट हो जाएंगे और पूरा दिन जमीन का पानी निकाल कर ड्रेन में डलता रहेगा. सरकार ने इस योजना के प्रथम चरण के तहत 1 लाख एकड़ जमीन को सुधारने का बजट तय किया है.

Vertical Drainage System
हिसार में वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम से कम होगी भूमिगत जल की समस्या

हिसार के बरवाला हल्के में लगभग 1400 हेक्टेयर भूमि में जलस्तर या फिर (चोवा) बेहद ऊपर है जिससे जमीन की फसल भी प्रभावित होती है, लाडवा गांव में यह समस्या बेहद ज्यादा है. वहां की 420 हेक्टेयर भूमि को वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम के माध्यम से ठीक किया जा रहा है, जिसके लिए 16 वाटर सोलर पंप लगाए जा रहे हैं जिनमें से कुछ शुरू हो चुके हैं.

Vertical Drainage System Installing In Hisar
हिसार में लगाए जा रहे वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम

क्या बोले कृषि विभाग के उपनिदेशक: कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. विनोद फोगाट ने बताया कि हिसार के कुछ क्षेत्र में भूमिगत जल स्तर बेहद ऊपर आ गया था. इसकी वजह से वहां भूमि की उपजाऊ क्षमता खराब हो रही है और फसल उगाने में दिक्कत हो रही है. उन्होंने कहा कि कुछ तो ऐसे भी क्षेत्र है जहां भूमिगत जल स्तर 5 फुट तक पहुंचा हुआ है. ऐसे में वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम (Vertical Drainage System) के जरिए इन क्षेत्र को सुधारने के लिए यह योजना शुरू की गई है.

Vertical Drainage System Installing In Hisar
वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम से किसानों को मिलेगा फायदा

गेहूं के सीजन में भूमिगत जल बना समस्या: वहीं, गांव के किसान सुमेर सिंह ने बताया कि उनके खेत में बारिश के समय भूमिगत जल स्तर 3 से 4 फुट पर पहुंच जाता है. गेहूं के सीजन में पानी की बहुत समस्या होती है. बारिश के समय तो इतना पानी फसल में भर जाता है कि हमें ट्यूबवेल और पंप के जरिए पानी निकालना पड़ता है. डीजल भी बहुत महंगा हो गया है. लेकिन वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम योजना के जरिए जमीनी पानी को निकाल कर ड्रेन में डाला जा रहा है. इससे हमें बहुत फायदा होगा. गांव में कई जगह ऐसे सोलर ट्यूबवेल लगाए गए हैं.

युवा किसान विजय श्योराण ने बताया कि हमारे यहां पानी खारा है और उसकी वजह से खेती में लोग उसे इस्तेमाल नहीं करते. हमारे यहां धान की फसल बेहद ज्यादा उगाई जाती है और उसमें नहरी पानी का ही इस्तेमाल किया जाता है. जमीनी पानी प्रयोग करने लायक नहीं है इसलिए कोई जमीन से पानी निकलता ही नहीं और खेती और अन्य स्त्रोत से पानी जमीन में लगातार जा रहा है जिसकी वजह से जलस्तर या चोवा बेहद ऊपर आ गया है. इसकी वजह से फसल उत्पादन में भी दिक्कत होती है.

उन्होंने कहा कि सरकारी योजना के तहत यह ट्यूबवेल लगवाया गया है जिसके जरिए जमीन से पानी निकालकर गांव के चारों तरफ जो ड्रेन बनी हुई है उस में डाला जाता है. यह किसानों के लिए काफी फायदेमंद है. बता दें, हिसार के गांव लाडवा, सातरोड, दाहिमा समेत कई गांव में भूमिगत जल स्तर बेहद ऊपर है. हालात यह है कि अगर कोई 5 फीट का खड्डा भी खोद दे तो कुछ ही देर में वह पानी में भर जाता है. ऐसे में सरकार द्वारा क्षेत्र में सुधार करने के लिए यह वर्टिकल ड्रेनज सिस्टम लगाए जा रहे हैं जो काफी फायदेमंद है.

हिसार: वैश्विक स्तर पर भूमिगत जल की समस्या गंभीर होती जा रही है. भारत में प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता में 1950 और 2005 के बीच 68 प्रतिशत की कमी आई है और 2050 तक यह 77 प्रतिशत तक घटने की संभावना है, लेकिन हरियाणा प्रदेश के 12 जिलों में 393092 हेक्टेयर भूमि ऐसी भी है जहां भूमिगत जल स्तर इतना ऊपर है कि वह किसानों के लिए परेशानी की सबब बन गया (Underground Water Level Increasing in Hisar) है. इसी समस्या से निजात दिलाने के लिए कृषि एवं कल्याण विभाग ने वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू (Vertical Drainage System Installing In Hisar) की है. इस योजना में भूमिगत जल स्तर का लेवल नीचा करने के लिए वहां ट्यूबल लगाए जा रहे हैं जिसके जरिए पानी निकालकर ड्रेन में डाला जा रहा है.

जलस्तर बढ़ने का कारण: हिसार के गांव में जमीनी पानी प्रयोग करने लायक नहीं है इसलिए भूमिगत जल को जमीन से बहुत कम ही निकाला जाता है. इसके अलावा यहां धान की खेती में जो पानी प्रयोग किया जाता है, उसका हिस्सा भी जमीन में ही रिसकर जा मिलता है. बारिश की वजह से भी जमीनी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, लेकिन जमीन से पानी निकाला नहीं जा रहा है. इसी वजह से पानी जमीन में जाते-जाते इतना ऊपर आ गया कि अब 5 फीट का खड्डा भी खोद तो उसमें पानी भर जाता है.

हिसार में वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम से कम होगी भूमिगत जल की समस्या, किसानों को मिलेगा लाभ

क्या है वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम: वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम के तहत हिसार के कई गांवों में ऐसे इलाकें हैं जिसमें भूमिगत जलस्तर बेहद ऊंचा है, यहां इन इलाकों में 16 ट्यूबवेल लगाए जा रहे हैं, इन ट्यूबवेल से पाइप लाइन ट्रेन तक बिछाई गई है, धूप निकलते ही यह ट्यूबवेल अपने आप स्टार्ट हो जाएंगे और पूरा दिन जमीन का पानी निकाल कर ड्रेन में डलता रहेगा. सरकार ने इस योजना के प्रथम चरण के तहत 1 लाख एकड़ जमीन को सुधारने का बजट तय किया है.

Vertical Drainage System
हिसार में वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम से कम होगी भूमिगत जल की समस्या

हिसार के बरवाला हल्के में लगभग 1400 हेक्टेयर भूमि में जलस्तर या फिर (चोवा) बेहद ऊपर है जिससे जमीन की फसल भी प्रभावित होती है, लाडवा गांव में यह समस्या बेहद ज्यादा है. वहां की 420 हेक्टेयर भूमि को वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम के माध्यम से ठीक किया जा रहा है, जिसके लिए 16 वाटर सोलर पंप लगाए जा रहे हैं जिनमें से कुछ शुरू हो चुके हैं.

Vertical Drainage System Installing In Hisar
हिसार में लगाए जा रहे वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम

क्या बोले कृषि विभाग के उपनिदेशक: कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. विनोद फोगाट ने बताया कि हिसार के कुछ क्षेत्र में भूमिगत जल स्तर बेहद ऊपर आ गया था. इसकी वजह से वहां भूमि की उपजाऊ क्षमता खराब हो रही है और फसल उगाने में दिक्कत हो रही है. उन्होंने कहा कि कुछ तो ऐसे भी क्षेत्र है जहां भूमिगत जल स्तर 5 फुट तक पहुंचा हुआ है. ऐसे में वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम (Vertical Drainage System) के जरिए इन क्षेत्र को सुधारने के लिए यह योजना शुरू की गई है.

Vertical Drainage System Installing In Hisar
वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम से किसानों को मिलेगा फायदा

गेहूं के सीजन में भूमिगत जल बना समस्या: वहीं, गांव के किसान सुमेर सिंह ने बताया कि उनके खेत में बारिश के समय भूमिगत जल स्तर 3 से 4 फुट पर पहुंच जाता है. गेहूं के सीजन में पानी की बहुत समस्या होती है. बारिश के समय तो इतना पानी फसल में भर जाता है कि हमें ट्यूबवेल और पंप के जरिए पानी निकालना पड़ता है. डीजल भी बहुत महंगा हो गया है. लेकिन वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम योजना के जरिए जमीनी पानी को निकाल कर ड्रेन में डाला जा रहा है. इससे हमें बहुत फायदा होगा. गांव में कई जगह ऐसे सोलर ट्यूबवेल लगाए गए हैं.

युवा किसान विजय श्योराण ने बताया कि हमारे यहां पानी खारा है और उसकी वजह से खेती में लोग उसे इस्तेमाल नहीं करते. हमारे यहां धान की फसल बेहद ज्यादा उगाई जाती है और उसमें नहरी पानी का ही इस्तेमाल किया जाता है. जमीनी पानी प्रयोग करने लायक नहीं है इसलिए कोई जमीन से पानी निकलता ही नहीं और खेती और अन्य स्त्रोत से पानी जमीन में लगातार जा रहा है जिसकी वजह से जलस्तर या चोवा बेहद ऊपर आ गया है. इसकी वजह से फसल उत्पादन में भी दिक्कत होती है.

उन्होंने कहा कि सरकारी योजना के तहत यह ट्यूबवेल लगवाया गया है जिसके जरिए जमीन से पानी निकालकर गांव के चारों तरफ जो ड्रेन बनी हुई है उस में डाला जाता है. यह किसानों के लिए काफी फायदेमंद है. बता दें, हिसार के गांव लाडवा, सातरोड, दाहिमा समेत कई गांव में भूमिगत जल स्तर बेहद ऊपर है. हालात यह है कि अगर कोई 5 फीट का खड्डा भी खोद दे तो कुछ ही देर में वह पानी में भर जाता है. ऐसे में सरकार द्वारा क्षेत्र में सुधार करने के लिए यह वर्टिकल ड्रेनज सिस्टम लगाए जा रहे हैं जो काफी फायदेमंद है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.