हिसार: पूरे प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड से आम जीवन प्रभावित हो रहा है. मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो दिनों तक आसमान में बादल छाए रहने से धुंध में कमी आएगी लेकिन उसके बाद धुंध बढ़ेगी. हिसार में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान लगभग 4 डिग्री रहा जो सामान्य से 3 डिग्री कम था.
वहीं हिसार में अधिकतम तापमान सामान्य से लगभग 10 डिग्री कम रहा. लगातार बढ़ रही ठंड से बचने के लिए लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं. वहीं अगर खेती की बात करें तो गेंहू की फसल को इस मौसम से सबसे अधिक फायदा होगा. साथ ही सरसों को भी इससे फायदा पहुंचेगा लेकिन सरसों में सफेद चूर्णी रोग का खतरा भी बढ़ने की आशंका है.
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किसानों को सलाह दी गई है कि फसलों में हल्का पानी दें लेकिन कुछ दिनों के अंतराल में दें. फलदार छोटे पौधों को सर्दी से बचने के लिए पराली आदि से ढ़क कर रखने की सलाह कृषि विशेषज्ञों की तरफ से दी गई है. हरियाणा कृषि विश्वविधालय हिसार के मौसम वैज्ञानिक डॉ रामनिवास ने बताया कि आने वाले दो से तीन दिन आसमान में बादल छाए रहने के कारण धुंध में कमी आएगी.
उन्होंने बताया कि तापमान सामान्य से चार डिग्री कम चल रहा है. वर्तमान में लगभग चार डिग्री तापमान चल रहा है जिससे किसानों को फसलों में नुकसान की सम्भावना होने के चलते सावधानी रखनी आवश्यक है. सब्जी और स्ट्राबेरी की फसलों पर अधिक ध्यान देने की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सभी फसलों में लगभग 5 दिन के अंतराल से हल्का पानी दें. छोटे पौधों को पराली आदि से ढ़क लें ताकि सर्दी से बचाया जा सके.
मौसम को लेकर डॉ रामनिवास ने कहा कि गेंहू के लिए ऐसा मौसम फायदेमंद है. वहीं सरसों की फसल में भी ऐसे मौसम में कम पानी की आवश्यकता होती है. सरसों की फसल में ऐसे मौसम के कारण सफेदी चूर्णी रोग का खतरा भी रहता है. ऐसा मौसम यदि एक महीने तक बना रहता है तो गेंहू की फसल में पैदावार अधिक होगी.
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