हिसार: पूरे भारत में इन दिनों लोग गर्मी का थर्ड डिग्री टॉर्चर झेल रहे (HEAT WAVE IN HARYANA) हैं. मई महीने में आसमान से बरस रहे अंगार लोगों की परेशानी का सबब बन गए है. वहीं हरियाणा में दिन के समय लू चलने से लोग हीट स्ट्रोक का शिकार हो रहे हैं. जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई है. वहीं जिला हिसार के अस्पतालों में भी हीट स्ट्रोक के मामलों में इजाफा (HEATSTROKE CASES IN HISAR) हुआ.
क्या होती है लू या हीट वेव: मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदनलाल खिचड़ (Meteorologist Dr Madanlal Khichad) के अनुसार जब तापमान 40 से ऊपर व सामान्य से 5 डिग्री तक लगातार 3 से 4 दिन तक बढ़ता है तो बेहद अधिक गर्म पश्चिमी हवाएं चलने लगती हैं, जिन्हें हम लू हीट वेव कहते हैं जो मनुष्यों के लिए खतरनाक होती है. इनसे बचने के लिए सर पर कपड़ा रखना चाहिए.
लू से बचने के आसान उपाय: पूरी तरह से शरीर को ढक कर निकलें (WAYS TO AVOID HEATSTROKE). कोशिश करें कि आपका हाथ, मुंह और सिर पूरी तरह से ढ़का हो. सूती कपड़ा ही पहनें. निकलते समय छाता साथ में ले जाना न भूलें. घर में भी कमरे के तापमान को कम रखें और घरों में हवा आती-जाती रहे.
लू लगने के सामान्य लक्षण: गर्मी में मेहनत करते हुए अचानक आंखों के सामने अंधेरा छाना और चक्कर खाकर गिर जाना, मांसपेशियों में तेज ऐंठन, मांसपेशियों में बेइंतहा दर्द, बड़ी बेचैनी, घबराहट और उत्तेजित होना या पागलों जैसा व्यवहार, हल्का या तेज बुखार (HEAT WAVE IN HARYANA), जी मितलाना, भयंकर प्यास, तेज सिरदर्द होना या बेहद कमजोरी लगना.
क्या कहते है सिविल अस्पताल के डॉक्टर: डॉ. आशीष मित्तल ने बताया कि (DOCTOR ASHISH MITTAL ON HEATSTROKE) गर्मी की वजह से बुखार, नाक से खून बहना, उल्टी, चक्कर आने के लक्षण हैं. यह सब हीट स्ट्रोक की वजह से है. हीट स्ट्रोक एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर का आंतरिक तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. यह उन लोगों में ज्यादा होता है जो बाहर धूप में ज्यादा देर तक रहते हैं या फिर ज्यादा हार्ड वर्क करते है. यह ज्यादातर 10 साल तक के बच्चे व 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों में प्रभाव डालता है. इससे बचने के लिए जरूरी मात्रा में पानी पीना चाहिए, एक स्वस्थ व्यक्ति को करीब 5 से 6 लीटर पानी पीना जरूरी होता है.
इन बातों का रखें ध्यान: अधिक से अधिक पानी और लिक्विड डाइट लें, ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या न हो. धूप में शरीर को ढंक कर रखे, मोटे सूती कपड़े पहनें. कच्चे आम का पना, शिकंजी, छाछ, लस्सी ठंडी चीजों का सेवन करें. खाली पेट घर से न निकलें. धूप में निकलने से पहले एक गिलास पानी जरूर पीएं, लेकिन धूप से आने के तुरंत बाद पानी न पीएं. कुछ देर रुककर पीएं. हो सकें तो अपने साथ नींबू पानी या फिर ओआरएस के घोल का पानी साथ रखें और समय-समय पर पीते रहे.
ये भी पढ़ें: गुरुग्राम में गर्मी का कहर: इंसानों के साथ-साथ परिंदे भी हुए हीट स्ट्रोक के शिकार