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महिलाओं को लेकर हरियाणा कितना गंभीर? मुसीबत के वक्त महिलाओं की सुरक्षा राम भरोसे!

हैदराबाद में महिला डॉक्टर को सामूहिक बलात्कार के बाद जिंदा जला दिए जाने की घटना से देशभर में गुस्सा है. लेकिन ऐसे मामलों में बढ़ोतरी के बावजूद भी हरियाणा सरकार सो रही है और किसी वारदात के इंतजार में है. यहां अभी भी महिलाएं और लड़कियां डर के साए में जीने को मजबूर है.

women safety in gurugram
women safety in gurugram
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Published : Dec 17, 2019, 8:38 PM IST

गुरुग्राम: ईटीवी भारत की टीम हरियाणा के अलग-अलग जिलों में महिला सुरक्षा की पड़ताल पर निकली हुई है. इस कड़ी में हमारी टीम पहुंची साइबर सिटी गुरुग्राम में. यहां हमारे संवाददाता ने महिलाओं और छात्राओं से बात की और जाना कि आखिर महिलाएं गुरुग्राम में अपने आप को कितना सुरक्षित महसूस करती है.

सबसे पहले गुरुग्राम से हमारे संवाददाता करन जयसिंह ने बस और ई-रिक्शा में सफर करने वाली छात्राओं से बात की. छात्राओं से बात करने पर जो बात सामने आई वह चौंकाने वाली थी. जिस ई-रिक्शा में छात्राएं रोजाना कॉलेज जाती हैं उस ईरिक्शा में बैठकर हमारी टीम ने महिलाओं की सुरक्षा के बारे में जायजा लिया. जब हमने ई-रिक्शा में बैठी छात्राओं से बातचीत की तो साफतौर पर छात्राओं का कहना था कि आज भी वह अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती.

गुरुग्राम में महिला सुरक्षा को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने की पड़ताल, देखिए ये रिपोर्ट.

ये भी पढ़िए: फरीदाबाद: CAA के विरोध में कांग्रेस ने निकाला मार्च, कानून वापस लेने की मांग की

छात्राओं ने बताया कि जब वो रोजाना ई-रिक्शा में बैठकर अपने कॉलेज का सफर तय करती हैं तभी कुछ असामाजिक तत्व और मनचले आसपास आकर कमेंट करते हैं और यह सिर्फ इसलिए क्योंकि पुलिस की गश्त इस इलाके में काफी कम है.

छात्राओं ने बताया कि इन रास्तों पर दिन के जाने में भी डर लगता है तो रात की बात तो छोड़ ही दीजिए. छात्राओं का कहना था कि पढ़ाई करनी है तो आना तो पड़ेगा लेकिन अगर इन रास्तों पर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ा दी जाए तो बिना डरें हम लोग आ जा सकेंगी.

ईटीवी भारत की टीम की इस पड़ताल में पाया गया कि छात्राएं आज भी साइबर सिटी गुरुग्राम में असुरक्षित हैं. अगर हरियाणा के मुख्यमंत्री हमारा प्रोग्राम देख रहे हैं तो हम उनसे पूछना चाहते हैं कि आखिर सरकार के लाख दावों के बाद भी क्यों छात्राएं अपने आपको गुरुग्राम में असुरक्षित महसूस कर रही हैं? आखिर क्यों महिलाओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे? क्या ये सच्चाई देखने के बाद सरकार कोई कदम उठाएगी या फिर अभी भी किसी के वारदात के इंतजार में बैठी रहेगी.

ये भी पढ़िए: सोहनाः घर में घुसकर तीन युवकों ने की महिलाओं से मारपीट और चेन स्नेचींग, मामला सीसीटीवी में कैद

गुरुग्राम: ईटीवी भारत की टीम हरियाणा के अलग-अलग जिलों में महिला सुरक्षा की पड़ताल पर निकली हुई है. इस कड़ी में हमारी टीम पहुंची साइबर सिटी गुरुग्राम में. यहां हमारे संवाददाता ने महिलाओं और छात्राओं से बात की और जाना कि आखिर महिलाएं गुरुग्राम में अपने आप को कितना सुरक्षित महसूस करती है.

सबसे पहले गुरुग्राम से हमारे संवाददाता करन जयसिंह ने बस और ई-रिक्शा में सफर करने वाली छात्राओं से बात की. छात्राओं से बात करने पर जो बात सामने आई वह चौंकाने वाली थी. जिस ई-रिक्शा में छात्राएं रोजाना कॉलेज जाती हैं उस ईरिक्शा में बैठकर हमारी टीम ने महिलाओं की सुरक्षा के बारे में जायजा लिया. जब हमने ई-रिक्शा में बैठी छात्राओं से बातचीत की तो साफतौर पर छात्राओं का कहना था कि आज भी वह अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती.

गुरुग्राम में महिला सुरक्षा को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने की पड़ताल, देखिए ये रिपोर्ट.

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छात्राओं ने बताया कि जब वो रोजाना ई-रिक्शा में बैठकर अपने कॉलेज का सफर तय करती हैं तभी कुछ असामाजिक तत्व और मनचले आसपास आकर कमेंट करते हैं और यह सिर्फ इसलिए क्योंकि पुलिस की गश्त इस इलाके में काफी कम है.

छात्राओं ने बताया कि इन रास्तों पर दिन के जाने में भी डर लगता है तो रात की बात तो छोड़ ही दीजिए. छात्राओं का कहना था कि पढ़ाई करनी है तो आना तो पड़ेगा लेकिन अगर इन रास्तों पर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ा दी जाए तो बिना डरें हम लोग आ जा सकेंगी.

ईटीवी भारत की टीम की इस पड़ताल में पाया गया कि छात्राएं आज भी साइबर सिटी गुरुग्राम में असुरक्षित हैं. अगर हरियाणा के मुख्यमंत्री हमारा प्रोग्राम देख रहे हैं तो हम उनसे पूछना चाहते हैं कि आखिर सरकार के लाख दावों के बाद भी क्यों छात्राएं अपने आपको गुरुग्राम में असुरक्षित महसूस कर रही हैं? आखिर क्यों महिलाओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे? क्या ये सच्चाई देखने के बाद सरकार कोई कदम उठाएगी या फिर अभी भी किसी के वारदात के इंतजार में बैठी रहेगी.

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Intro:साइबर सिटी गुरुग्राम में महिलाएं कितनी है महफूज....आखिर अपने आप को महिलाए क्यों नही करती सुरक्षित महसूस... ईटीवी भारत ने पड़ताल की गुरुग्राम के उन तमाम इलाकों की जहां से रोजाना महिलाओं को गुजरना पड़ता है...आइये देखते हैं आपको कि आखिर साइबर सिटी गुरुग्राम में महिलाएं कितनी है सुरक्षित...


Body:साइबर सिटी गुरुग्राम विश्व के मानचित्र पर अपनी छाप छोड़ चुका है... जहा बड़ी बड़ी बिल्डिंग, ऊंची- ऊंची इमारतें उस शहर की शोभा है... लेकिन गुरुग्राम जैसे हाईटेक शहर में भी महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती है... क्योंकि जब ईटीवी भारत की टीम ने पड़ताल की तो सामने आया कि आज भी गुरुग्राम की सड़कों पर निकलने से पहले महिलाओं को सोचना पड़ता है....उन मां-बाप को मन में डर लगता है.... जिनकी लड़की रात को घर से बाहर जाती है....

वॉक थ्रू-करन जयसिंह, संवाददाता, गुरुग्राम

ईटीवी भारत की टीम पड़ताल करते हुए गुरुग्राम के सेक्टर 9 स्थित सरकारी कॉलेज के नजदीक पहुंची और ईटीवी भारत की टीम ने उन सभी इलाकों का दौरा किया जहां से रोजाना महिलाएं गुजरती है.... यही नहीं जिस ई- रिक्शा में छात्राएं रोजाना कॉलेज जाती हैं... उस ई-रिक्शा में बैठकर हमारी टीम ने महिलाओं की सुरक्षा के बारे में जायजा लिया.... जब हमने ई-रिक्शा में बैठी छात्राओं से बातचीत की तो साफ तौर पर छात्राओं का कहना था कि आज भी वह अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती.... जब वो रोजाना ई-रिक्शा में बैठकर अपने कॉलेज का सफर तय करती है तभी कुछ असामाजिक तत्व और मनचले आस पास आकर कमेंट करते हैं और यह सिर्फ इसलिए क्योंकि पुलिस की गश्त इस इलाके में काफी कम है...यह हम नहीं कह रहे...यह कहना है छात्राओं का....

वॉक थ्रू-करन जयसिंह, संवाददाता, गुरुग्राम

ईटीवी भारत की टीम पड़ताल करते हुए गुरुग्राम के उस इलाके में पहुंची जहां पर बड़ी- बड़ी सोसाइटी बनी हुई है और सैकड़ों लोग इस सोसाइटी में बीते कई सालों से बसे हुए हैं... लेकिन आज भी यहां की सड़कें सुनसान पड़ी है... हैरानी की बात तो यह है कि हमारी टीम ने इस इलाके में करीब आधे घंटे तक पड़ताल की लेकिन इस हड़ताल में कोई भी पीसीआर या पुलिसकर्मी यहां पर गश्त करता नहीं नजर आया... हालांकि कुछ छात्राएं जरूर यहां से मार्केट जाने के लिए गुजर रही थी....जब हमने उनसे बात की तो उनका साफ तौर पर कहना था कि इस इलाके में उनको बहुत डर लगता है और इनके माता-पिता भी इनको घर से बाहर निकलने के लिए मना करते हैं....क्योंकि इलाका सुनसान होने के कारण कोई भी घटना यहां पर घट सकती है...लेकिन एक बार फिर पुलिस की गश्त ना होने के चलते लोगों में डर का माहौल बना रहता है...

वॉक थ्रू-करन जयसिंह, संवाददाता, गुरुग्राम

ईटीवी भारत की टीम ने गुरुग्राम सिटी बस में सफर करते हुए पड़ताल की जहां हमने जेएमडीए द्वारा शुरू की गई सिटी बस में सफर किया.... तो वहीं बस में सुरक्षा के कुछ इंतजाम हमें जरूर नजर आए... हाल ही में शुरू हुई जिएमडीए कि बस सर्विस में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे.... वहीं महिलाओं का कहना था कि बस तो सुरक्षित है लेकिन गुरुग्राम आज भी असुरक्षित है...

वॉक थ्रू-करन जयसिंह, संवाददाता, गुरुग्राम


Conclusion:ईटीवी भारत की टीम ने गुरुग्राम में महिला सुरक्षा को लेकर पड़ताल की जिसमें पाया कि महिलाए आज भी साइबर सिटी गुरुग्राम में असुरक्षित है... यह शहर कितना ही हाईटेक हो गया हो लेकिन आज भी महिलाएं यहां पर अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती....अगर हरियाणा के मुख्यमंत्री हमारा प्रोग्राम देख रहे हैं... तो हम उनसे पूछना चाहते हैं कि आखिर क्यों महिला अपने आपको गुरुग्राम में असुरक्षित महसूस कर रही हैं?आखिर क्यों महिलाओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नही किए जा रहे? चुनाव से पहले भाजपा ने महिला सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े वादे तो किए थे.... तो आखिर वह बड़े वादे धरातल पर क्यों नहीं नजर आ रहे?
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