गुरुग्राम: सोहना में एक महिला का झाड़ियों में प्रसव होने का मामला सामने आया है. पीड़िता महिला रविना पत्नी शेकुल गांव खेड़ा खलीलपुर की रहने वाली है, जो सुबह प्रसव के लिए सोहना के नागरिक अस्पताल पहुंची तो डॉक्टर ने उसको बच्चा नहीं होने की बात कहते हुए पीड़िता को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लिख दिया. इतना ही नहीं सोहना के नागरिक अस्पताल में तैनात डॉक्टरों ने महिला का ऑपरेशन किए जाने की बात कहते हुए महिला को गुरुग्राम के लिए रेफर कर दिया.
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झाड़ियों में हुआ प्रसव
प्रसव के दर्द से पीड़ित महिला जब अल्ट्रासाउंड कराने के लिए देवीलाल स्टेडियम के सामने लैब पर पहुंची तो उसे शौच का प्रेशर पड़ा. महिला अपनी सास के साथ पास में सर्विस रोड पर झाड़ियों में जैसे ही शौच के लिए गई. महिला ने एक नवजात बच्ची को जन्म दे दिया जिसके बाद वहां पर खड़ी महिलाओं ने ये सब देखकर महिला के सामने कपड़ा लगा कर कवर किया.
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वहीं जैसे तैसे नजदीक के एक निजी नर्सिंग होम का स्टाफ महिला और बच्चे को स्ट्रेचर में निजी अस्पताल ले गए और उसका उपचार किया. वहीं पीड़ित महिला की सास ने नागरिक अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों को एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन हैं.
सरकारी दावे खोखले !
हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए निःशुल्क एम्बुलेंस का प्रावधान किया गया है, लेकिन सोहना के नागरिक अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के चलते सोहना में गर्भवती महिलाएं सड़क किनारे झाड़ियों में प्रसव करने के लिए मजबूर हो रही हैं.