गुरुग्राम: कोरोना के मरीजों के लिए हरियाणा सरकार और गुरुग्राम जिला प्रशासन बेहतर व्यवस्थाओं को लेकर तमाम दावे कर रहा है. लेकिन रोजाना जिला प्रशासन के दावों की पोल कोरोना मरीज खोल रहे हैं. जहां पहले एक फैमिली ने आइसोलेशन वार्ड की खराब व्यवस्था की वीडियो बनाकर जिला प्रशासन पर आरोप लगाए थे और सीएम खट्टर से मदद की गुहार लगाई थी. अब ट्विटर पर एक कोरोना मरीज के परिजन का ट्वीट खूब वायरल हो रहा है.
कोरोना मरीज के परिजन अंकित भारद्वाज ने ट्वीट करके गुरुग्राम प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है. अंकित के ब्रदर इन लॉ कोरोना पॉजिटिव हैं. जो पंजाब नेशनल बैंक के कोरोना संक्रमित कर्मचारी के संपर्क में आया था.
उन्होंने बताया कि पहले तो उन्होंने सरकार के हेल्पलाइन नंबर और आरोग्य सेतु एप पर संपर्क किया. लेकिन वहां से कोई भी मदद नहीं मिली तो 2 दिन बाद उन्होंने हारकर प्राइवेट लैब में टेस्ट करवाया.
जहां पर 4900 रुपये लेकर उनका टेस्ट किया गया. रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई. तब भी आरोग्य सेतु एप और गवर्नमेंट की हेल्पलाइन नम्बर से कोई मदद नहीं मिली. ना ही कोई एंबुलेंस पहुंची.
उन्होंने ट्वीट में बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद एक हेल्पलाइन ने फोन उठाया और एंबुलेंस उन्हें गुरुग्राम के सेक्टर 9 में बने आइसोलेशन वार्ड में ले गई. हालांकि पूरी फैमिली का टेस्ट किया जाना था. लेकिन जिला प्रशासन द्वारा वो भी नहीं किया गया. ऐसे में सेक्टर-9 की खराब व्यवस्था की पोल उन्होंने ट्विटर पर खोल दी है.
ट्विटर पर उन्होंने लिखा है कि ना तो ढंग से खाना मिल रहा है और ना ही साफ-सफाई की कोई आइसोलेशन वार्ड में व्यवस्था है. साथ ही साथ 2 दिन बाद डॉक्टर मरीज को देखने के लिए पहुंचे हैं.
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