गुरुग्राम: हरियाणा में भारी बारिश (Heavy Rain In Haryana) के चलते साइबर सिटी के नेशनल हाइवे 48 के साथ लगते इलाके बरसाती पानी मे डूब चुके हैं. गुरुग्राम में जलभराव की समस्या (water logging problem in gurugram) सबसे ज्यादा नरसिंहपुर, रामपुरा, मानेसर, बिलासपुर इलाके के लोगों के झेलनी पड़ रही है. बता दें कि शनिवार सुबह से ही गुरुग्राम में रूक रूक कर बारिश का सिलसिला जारी है. अगर आप दिल्ली से जयपुर तक का सफर कर रहे है तो आपको वैकल्पिक रास्तों के चुनाव करने की जरूरत है. क्योंकि मौसम विभाग ने अगले दो दिन दक्षिण हरियाणा मसलन गुरुग्राम,रेवाड़ी,महेंद्रगढ़ ,नारनौल जिलों में कहीं कहीं बारिश तो कही भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
बता दें कि पिछले 24 घंटे से पश्चिमी हरियाणा में आफत की बारिश बरस रही है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि बेमौसम बारिश की वजह से सब्जियों की फसल बर्बाद हो रही है. मौसम विभाग ने इस हरियाणा में भारी बारिश को लेकर 11 अक्टूबर तक येलो अलर्ट जारी किया है. अगर यह बरसात ऐसे ही तीखे तेवरों के बरसती रही तो किसानों को भारी नुकसान का अंदेशा लगाया जा रहा है.
हरियाणा में भारी बारिश (Heavy Rain In Haryana) की वजह से अधिकतर जिलों के किसानों को परेशान कर दिया है. इससे पहले हुई बारिश से जहां खेतों में खड़ी धान, बाजरा और कपास की फसल खराब हो गई थी. वहीं अब मंडियों में धान, बाजरा के ढेर लगे हैं. खरीद और उठान न होने से मंडियों में किसानों का डेरा है. अब बारिश से किसानों की फसल भिगने लगी है. हालांकि तिरपाल का प्रबंध मंडियों में किया गया है, लेकिन वह फसल को भिगने से बचाने में ज्यादा कारगर नहीं है. मौसम में नमी से फसलों में भी नमकी की मात्रा बढ़ गई है, जिससे एजेंसियां खरीदने में भी आना कानी कर रही हैं.
वही इस बेमौसम बारिश के बाद गुरुग्राम में डेंगू का खतरा (Dengue threat in Gurugram) और ज्यादा परेशान करने वाला है. साइबर सिटी में बीते महीने भर में डेंगू के 250 से पॉजिटिव मामले सरकारी आकड़ो में दर्ज किए गए है. ऐसे में यह बारिश राहत के बारिश के तौर पर कम आफत की बारिश के तौर पर ज्यादा देखी जा रही है.