गुरुग्राम: सेक्टर 29 थाने में में 6 नायब तहसीलदार समेत 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इन पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को आवंटित किए जाने वाले फ्लैट्स की अवैध तरीके से रजिस्ट्री करने का आरोप है. ये एफआईआर सीएम फ्लाइंग स्क्वायड की सिफारिश पर दर्ज की गई है.
बताया जा रहा है कि जनवरी 2019 में मिली एक शिकायत की जांच के दौरान सीएम फ्लाइंग ने वरिष्ठ योजनाकार दस्ते से बिल्डर द्वारा अनिवार्य तौर पर ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लोगों के लिए बनाए जाने वाले फ्लैट की जानकारी मांगी. इसमें जब रिकॉर्ड की जांच की गई तो पता चला कि अनेक ऐसे फ्लैट हैं, जो अलॉटी ने सरकार द्वारा निर्धारित 5 साल की अवधि से पहले ही किसी और को बेच दिए है. नियम अनुसार ऐसे फ्लैट बेचना गलत है.
बताया जा रहा है कि फ्लैट गिरीश कुमार, उसके रिश्तेदार, मनीषा, बेला सिंह को 5 साल की निर्धारित अवधि से पहले ही बेचा गया था. इस पूरे प्रकरण में जांच के दौरान गुरुग्राम वजीराबाद तहसील के एक तहसीलदार और नायब तहसीलदारों की भूमिका भी पाई गई.
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जांच में पाया गया कि आरोपियों ने राजस्व अधिकारियों और तहसील के कर्मचारियों से मिलीभगत कर रजिस्ट्रियां कर ली. इसके लिए संबंधित राजस्व अधिकारियों को अनुचित लाभ भी पहुंचाया गया.
फ्लैट की रजिस्ट्री करने वाले नायब तहसीलदार रूपेंद्र, ओम प्रकाश, इंदरजीत, रामचंद्र, ओम प्रकाश यादव, जगदीश बिश्नोई के अलावा फ्लैट बेचने और खरीदने वाले 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.