गुरुग्राम: भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट (dharna for ahir regiment in army) की मांग को लेकर हरियाणा के अहीरवाल में जंग तेज हो गई है. संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा ने इस मांग के लिए अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. यही नहीं मोर्चा ने राजनीतिक नेताओं से समर्थन की अपील की है साथ ही चेतावनी भी दी है कि जो भी नेता हमारी मांग का समर्थन नहीं करेगा उसका सामाजिक बहिष्कार किया जायेगा.
4 फरवरी से गुरुग्राम खेड़की दौला टोल (kherki daula toll gurugram) के पास भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट के गठन को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया है. हालांकि अभी तक ये धरना शांति पूर्ण रुप से चल रहा है लेकिन अब आगामी 23 तारीख को धरना स्थल पर शहीदी दिवस मनाया जाएगा और इस शहीदी दिवस में शामिल होने के लिए लाखों की तादाद में अहीर समाज के लोगा पहुंचना शुरू हो गया है. इसको लेकर सोमवार को संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा ने एक प्रेस वार्ता कर पूरे कार्यक्रम की जानकारी दी.
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संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा के संस्थापक सदस्य मनोज यादव ने कहा कि भारतीय सेना में अहीरों ने हर जंग में अहम योगदान दिया है. सभी शहीदों को नमन करने के लिए संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा शहीदी दिवस मनाएगा. जिसमे यूपी, बिहार, राजस्थान समेत कई राज्यों से लाखों की तादाद में समर्थक धरना स्थल पर पहुंचेंगे. यही नहीं गुरुग्राम का सबसे व्यस्ततम खेड़की दौला टोल प्लाजा को भी 23 मार्च को पूरे दिन के लिए फ्री किया जाएगा. मनोज यादव ने नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि जो कौम का नहीं, वो किसी काम का नही.
इससे पहले भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट के गठन को लेकर चल रहे धरने को केंद्रीय राज्यमंत्री और गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह समेत कई सांसदों और विधायकों का समर्थन मिल चुका है. कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने तो ये मुद्दा राज्यसभा में भी उठाया था. ऐसे में अब अहीर समाज आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी में है. देखने वाली बात होगी की क्या सरकार भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट का गठन करती है या यह धरना ऐसे ही जारी रहता है.