गुरुग्राम: साइबर सिटी में प्रदूषण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को पूरा शहर स्मॉग की चादर में लिपटा दिखा था. वहीं शुक्रवार को भी साइबर सिटी की हवा खराब रही. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, शुक्रवार को गुरुग्राम में हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में रही.
बता दें कि, गुरुवार को गुरुग्राम के विकास सदन क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 432 (गंभीर श्रेणी) में दर्ज किया गया था, और स्मॉग बढ़ने के कारण लोगों को आंखों में जलन एवं गले में दर्द व खराश की शिकायत भी दिखी थी. शहर की ये हालत दिवाली से पहले की है, और अभी दिवाली आने में नौ दिन बाकी हैं. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने इस बार दिवाली के पटाखों पर बैन भी लगा दिया है.
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Air quality in 'very poor' category in Haryana's Gurugram, according to Central Pollution Control Board pic.twitter.com/8gWtvp9JBZ
— ANI (@ANI) November 6, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) November 6, 2020Air quality in 'very poor' category in Haryana's Gurugram, according to Central Pollution Control Board pic.twitter.com/8gWtvp9JBZ
— ANI (@ANI) November 6, 2020
वहीं किसानों द्वारा पराली जलाना इस स्मॉग के बढ़ने का मुख्य कारण बताया जा रहा है. इसी बीच बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने पटाखों से होने वाले प्रदूषण पर गंभीरता दिखाते हुए कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नोटिस जारी किया.
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वहीं विभिन्न समूहों की ओर से दायर याचिकाओं में 30 नवंबर तक पटाखों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई. जिस पर गुरुवार को सुनवाई हुई. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने गुरुवार को पटाखों पर रोक वाली याचिका पर 9 नवंबर तक के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया है.
एनजीटी ने 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के अपने फैसले को प्रदूषण के संकट और कोविड-19 महामारी की दोहरी मार के बीच सुरक्षित रखा है. अगर प्रदूषण का स्तर कम नहीं हुआ तो पटाखों पर बैन लगने के आसार हैं.
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