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Waterlogging in Ballabhgarh: बल्लभगढ़ में कई साल से गंदे पानी के बीच रहने को मजबूर सोतई गांव के ग्रामीण - Villagers protest in Haryana

बल्लभगढ़ के सोतई गांव में जलभराव से ग्रामीणों को बीते दो सालों से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पहले उनका गांव ग्राम पंचायत के अधीन था तब भी कोई सुनवाई नहीं हुई और अब जब नगर निगम के अंडर आ गया है तब भी उनकी समस्या का हल नहीं निकाला गया है. रास्ते में गंदे पानी के जलभराव के चलते निकलना भी मुश्किल होता है.

Waterlogging in Sotai village of Ballabhgarh
बल्लभगढ़ के सोतई गांव में जलभराव
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Published : Sep 13, 2022, 4:38 PM IST

फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में जलभराव (Waterlogging in Sotai village of Ballabhgarh) होने से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा. बल्लभगढ़ के सोतई गांव में गंदा पानी जमा होने से आवाजाही में ग्रामीणों को परेशानी होती है. लेकिन उनकी इस समस्या का अभी तक कोई समाधान नहीं निकाला गया है. ग्रामीणों का कहना है कि बीते दो साल से उन्हें गंदे पानी के बीच रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.

ग्रामीण महिलाओं ने प्रशासनिक अधिकारियों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि उनका गांव शहीद के गांव से जाना जाता है लेकिन गांव की दुर्दशा देखकर लगता नहीं की यह शहीद का गांव है. उन्होंने कहा कि बल्लभगढ़ का सोतई गांव (Sotai village of Ballabhgarh) अपनी हालत पर आंसू बहा रहा है. ग्रामीणों का यह भी कहना है कि सोतई गांव ग्राम पंचायत के अब अधीन नहीं रहा है. लेकिन नगर निगम के वार्ड का हिस्सा बन जाने के बावजूद भी हालत जस की तस बनी हुई है. पहले पंचायत विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते थे और अब नगर निगम के अधिकारी आंखें मूंदे हैं. उन्होंने कई बार शिकायत भी की प्रदर्शन (Villagers protest in Haryana) भी किया लेकिन कोई असर नहीं हुआ.

बल्लभगढ़ के सोतई गांव में जलभराव
बल्लभगढ़ के सोतई गांव में सड़कों से लेकर गली मोहल्लों और रास्तों में गंदा पानी भरा (Waterlogging in Ballabhgarh) हुआ है. हालात कुछ इस तरह के हैं कि आम आदमी पैदल भी नहीं चल सकता है. ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि स्कूली बच्चों को जैसे-तैसे पैदल परिवार के लोग स्कूल तक पहुंचाते हैं. ग्रामीणों के मुताबिक इसकी शिकायत कई बार पंचायत विभाग के अधिकारियों को गई लेकिन अधिकारियों ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया. उन्होंने बताया कि अब यह गांव उनका नगर निगम क्षेत्र में आ गया है. फिर भी गांव और गांव में रहने वाले लोग अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं. गांव की महिला कमलेश के मुताबिक सड़कों पर बीते दो सालों से पानी भरा (Waterlogging in Faridabad) हुआ है. गंदे पानी भरने से डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों का डर लगा रहता है.

यह भी पढ़ें-फरीदाबाद: गंदे पानी के भराव से स्मार्ट सिटी के लोग दुखी, प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन

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ग्रामीण महिलाओं ने प्रशासनिक अधिकारियों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि उनका गांव शहीद के गांव से जाना जाता है लेकिन गांव की दुर्दशा देखकर लगता नहीं की यह शहीद का गांव है. उन्होंने कहा कि बल्लभगढ़ का सोतई गांव (Sotai village of Ballabhgarh) अपनी हालत पर आंसू बहा रहा है. ग्रामीणों का यह भी कहना है कि सोतई गांव ग्राम पंचायत के अब अधीन नहीं रहा है. लेकिन नगर निगम के वार्ड का हिस्सा बन जाने के बावजूद भी हालत जस की तस बनी हुई है. पहले पंचायत विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते थे और अब नगर निगम के अधिकारी आंखें मूंदे हैं. उन्होंने कई बार शिकायत भी की प्रदर्शन (Villagers protest in Haryana) भी किया लेकिन कोई असर नहीं हुआ.

बल्लभगढ़ के सोतई गांव में जलभराव
बल्लभगढ़ के सोतई गांव में सड़कों से लेकर गली मोहल्लों और रास्तों में गंदा पानी भरा (Waterlogging in Ballabhgarh) हुआ है. हालात कुछ इस तरह के हैं कि आम आदमी पैदल भी नहीं चल सकता है. ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि स्कूली बच्चों को जैसे-तैसे पैदल परिवार के लोग स्कूल तक पहुंचाते हैं. ग्रामीणों के मुताबिक इसकी शिकायत कई बार पंचायत विभाग के अधिकारियों को गई लेकिन अधिकारियों ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया. उन्होंने बताया कि अब यह गांव उनका नगर निगम क्षेत्र में आ गया है. फिर भी गांव और गांव में रहने वाले लोग अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं. गांव की महिला कमलेश के मुताबिक सड़कों पर बीते दो सालों से पानी भरा (Waterlogging in Faridabad) हुआ है. गंदे पानी भरने से डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों का डर लगा रहता है.

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