फरीदाबाद: प्रदेश में लगातार शिक्षकों के तबादले होने से स्कूली बच्चे समेत अभिभावक प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं. आक्रोशित अभिभावकों का कहना है कि सरकारी स्कूलों से टीचर का ट्रांसफर किया जा रहा है, ऐसे में उनके बच्चे कैसे पढ़ेंगे. इसी को लेकर विरोध कर रहे आक्रोशित परिजनों ने स्कूल के बाहर तालाबंदी कर दी. इससे पहले फरीदाबाद के मवई गांव में स्कूली बच्चों ने स्कूल गेट पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया था.
हरियाणा में टीचर ट्रांसपर पॉलिसी के विरोध में शुक्रवार को फरीदाबाद के ही ददसिया गांव में स्कूल में टीचर ना होने के चलते छात्रों और परिजनों ने तालाबंदी कर दी. छात्रों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी (students protest in Faridabad) की. बता दें कि स्कूल में शिक्षक न होने से स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. परिजनों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है. सरकारी स्कूल के बच्चे अपनी पढ़ाई कैसे पूरी करेंगे यह सरकार बताए.
वहीं स्कूल के बच्चों का कहना है कि जब से टीचर्स के तबादले हुए हैं तब से उनके स्कूल में टीचर्स की कमी हो गई है, जिससे उनकी पढ़ाई पूरी नहीं हो पा रही है. स्कूल में अध्यापक न होने से जो बच्चे पढ़ना चाहते हैं उन्हें पढ़ाई करने में परेशानी आ रही है. छात्रों ने सरकार से मांग की है कि जल्द ही उनके स्कूल में शिक्षकों की कमी को पूरा किया जाए. बच्चों के इस प्रदर्शन को देखकर गांव के बड़े लोग भी उनके साथ आ गए और उन्होंने भी मांग की है कि सरकार जल्द ही इस ओर अहम कदम उठाए जिससे छात्रों की पढ़ाई का नुकसान न हो.
फरीदाबाद के सरकारी स्कूल में विरोध प्रदर्शन (protest in government school of faridabad) कर रहे आक्रोशित परिजनों का कहना है कि सरकार का स्लोगन है कि पढ़ेगा इंडिया तभी बढ़ेगा इंडिया, आओ बच्चों चलें स्कूल, लेकिन जब स्कूल में टीचर ही न हो तो स्कूल जाने का क्या फायदा है. उन्होंने कहा कि टीचर्स ट्रांसफर पॉलिसी (teachers transfer policy) से उनके बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है.