फरीदाबाद: केंद्रीय परिवहन मंत्रालय अब फास्टैग लगवाने को लेकर गंभीर नज़र आ रहा है. परिवहन मंत्रालय की नई गाइडलाइंस के मुताबिक जो वाहन चालक आगामी 15 फरवरी तक फास्टैग नहीं लगाएगी, उसके वाहन का फिटनेस सर्टिफिकेट भी जारी नहीं किया जाएगा. फरीदाबाद के बदरपुर टोल प्लाजा से रोजाना गुज़रने वाले 42 हजार वाहनों में से सिर्फ 11 हजार वाहन चालकों ने ही फास्टैग लगवाया हुआ है.
अभी भी 30 हजार से अधिक वाहन चालक फास्टैग नहीं लगवा पाए हैं. खास बात यह है कि फरीदाबाद-गुरुग्राम और फरीदाबाद-सोहना टोल पर फास्टैग की सुविधा नहीं है. क्योंकि ये दोनों टोल पीडब्ल्यूडी के अधीन आते हैं. एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए लगातार वाहन चालकों को जागरुक किया जा रहा है.
एनएचएआई के सभी टोल पर फास्टैग अनिवार्य
केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने देशभर के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर बने टोल पर फास्टैग की सुविधा को अनिवार्य कर दिया है. जिससे टोल पर लगने वाले जाम से निजात मिल सके. मंत्रालय ने पहले इसके लिए 31 दिसंबर तक छूट दे रखी थी, लेकिन बाद में इसकी डेट 15 फरवरी तक बढ़ा दी है.
फिटनेस सर्टिफिकेट रिन्यूअल नहीं होगा
एनएचएआई के अधिकारी धीरज सिंह का कहना है कि केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम 1989 के मुताबिक फास्टैग को एक दिसंबर 2017 के बाद खरीदे गए चार पहिया वाहनों के सभी नए रजिस्ट्रेशन के लिए अनिवार्य बना दिया गया था. इसके साथ अब यह भी अनिवार्य किया गया है कि कमर्शियल वाहनों के फिटनेस सर्टिफिकेट का रिन्यूअल फास्टैग लगाने के बाद ही किया जाएगा. फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने से पहले परिवहन विभाग वाहन को चेक करेगा.
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