फरीदाबाद: सुप्रीम कोर्ट के खोरी गांव में तोड़फोड़ के आदेश के बाद खोरी गांव वासियों पर खतरे की तलवार लटकी है. लोगों का आशियाना उजड़ने वाला है और गरीब लोगों के पास कोई और चारा भी नहीं है. इन्ही सब से लोग परेशान हैं और हद तो तब हो गई जब इस दुख को एक बुजुर्ग सह न पाया और खोरी गांव में देर रात व्यक्ति ने फांसी लगा ली.
सूत्रों की मानें तो तोड़फोड़ के डर से परिवार दहशत में था. वहीं आपको बता दें कि भारी संख्या में पुलिस बल तैयारी के साथ मौजूद है और किसी भी तरह का तनाव पैदा होने पर पुलिस कार्रवाई के लिए तैयार है. ऐसे में स्थानीय निवासियों का कहना है कि उनके बिजली-पानी सब बंद कर दिए गए हैं. कोई वैकल्पिक मार्ग नजर नहीं आ रहा है. अब सरकार जगी है और गरीबों को बागी बनाने का काम कर रही है.
इससे पहले मंगलवार को फरीदाबाद जिले के गांव खोरी (khori village) में प्रशासन ने लोगों को मकान खाली करने के लिए दो दिन का अतिरिक्त समय दिया था. हालांकि एहतियात के तौर पर प्रशासन ने खोरी गांव के 200 मीटर के दायरे में धारा-144 लगा दी है. साथ ही किसी भी तरह के घातक और नुकीले हथियार के ले जाने पर सख्त पाबंदी भी लगाई गई है. इसके अलावा 5 या उससे ज्यादा लोगों के एक साथ इकट्ठे होने पर पूरी तरह रोक लगाई गई है.
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