फरीदाबाद: साइबर थाना सेंट्रल फरीदाबाद की टीम ने साइबर ठगी के मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार (Cyber criminal arrested in Faridabad) किया है. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में योगेश, अंशु, यश, विकास तथा मोहम्मद कैफ का नाम शामिल है. आरोपी योगेश, यश, विकास तथा मोहम्मद कैफ दिल्ली में रह रहे थे. वहीं आरोपी अंशु यूपी के फैजाबाद जिले का निवासी है.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आजकल के आधुनिक युग में अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आमजन क्रेडिट कार्ड पर बहुत अधिक निर्भर होते जा रहे हैं. क्रेडिट कार्ड से संबंधित सभी सुविधाएं वह ऑनलाइन माध्यम से घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं. परंतु कुछ ठग प्रवृत्ति के लोग इसका फायदा उठाकर नागरिकों को साइबर ठगी का शिकार बनाते हैं. इसी प्रकार साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देते हुए आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले राघवेंद्र को झांसा देकर उसके साथ करीब 30 हजार रुपए की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया था.
आरोपी एसबीआई क्रेडिट कार्ड उपभोक्ताओं को अपना निशाना बनाते थे. आरोपी फोन करके उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने या किसी अन्य बहाने से फोन करके उन्हें एक लिंक भेजते थे. लिंक पर क्लिक करने पर एक वेबसाइट खुलती है जो हूबहू एसबीआई क्रेडिट कार्ड जैसी दिखाई देती थी. जिसमें आरोपी क्रेडिट कार्ड धारक से उसके क्रेडिट कार्ड की जानकारी भरवा लेते थे. इसके बाद आरोपी क्रेडिट कार्ड की राशि को फर्जी बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेते थे.
फरीदाबाद निवासी के साथ की गई ठगी के मामले में साइबर पुलिस स्टेशन सेंट्रल (Cyber Police Station Central Faridabad) में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की वारदात की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई है. पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में शामिल आरोपी योगेश, विकास, यश तथा अंशु को दिनांक 12 जुलाई को फरीदाबाद से और आरोपी मोहम्मद कैफ को 13 जुलाई को दिल्ली से गिरफ्तार करके पुलिस रिमांड पर लिया है.
आरोपियों के कब्जे से सिमकार्ड सहित 28 मोबाइल, 1 लैपटॉप, 6 डेबिट कार्ड और एक लाख से ज्यादा कैश बरामद हुआ. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह क्रेडिट कार्ड धारकों के क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेकर उसको ऑनलाइन वॉलेट के माध्यम से फर्जी खातों में ट्रांसफर कर लेते थे. आरोपी योगेश साइबर ठगी की इन वारदातों का मुख्य आरोपी है जो दिल्ली में जनकपुरी में अपना कॉल सेंटर चलाता था. जिसमें आरोपी विकास तथा यश क्रेडिट कार्डधारकों को कॉल करते थे. आरोपी अंशु एसबीआई क्रेडिट कार्ड की फर्जी वेबसाइट बनाता था और आरोपी कैफ इन्हें फर्जी बैंक खाते उपलब्ध करवाता था.