करनाल: सीएम सिटी करनाल के गोगडीपुर गांव के पास गुरूवार को पश्चिमी यमुना नहर में दरार आने से बीच की पट्टी टूट गई (Big crack Western Yamuna Canal In Karnal) है. इस वजह से पानी तेजी से दूसरी नहर में बहने लगा. देखते ही देखते करीब डेढ़ सौ फीट की पटरी पानी के तेज बहाव के साथ बह गई. बताया जा रहा कि नहर की यह पटरी गुरूवार शाम के वक्त टूट गई. हालांकि समय रहते गांव की महिलाओं ने आने वाले खतरे को भांपते हुए इस बात की जानकारी सिंचाई विभाग और प्रशासन को दी.
मिली जानकारी के मुताबिक पश्चिमी नहर के किनारों के टूटने की जानकारी पाते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया. सूचना पाते ही करनाल सिंचाई विभाग (Karnal Irrigation Department) और प्रशानिक अमला मौके पर पहुंचा तो देखा कि पानी के दबाव के कारण उपनहर के पटरी में भी दरारें आई है. आनन-फानन में सिंचाई विभाग की टीम ने तत्काल इसकी सूचना हथिनी कुंड बैराज को दी जहां से पानी कम कराया गया. इसके बाद गांव वालों के साथ मिलकर सबसे पहले उपनहर को बचाने की कोशिशें शुरू की गई. क्योंकि पश्चिमी यमुना नहर काफी बड़ी और चौड़ी नहर है जिससे कई और अन्य नहर निकलकर हरियाणा के अलग-अलग क्षेत्र में जाती है. ऐसे में इतनी बड़ी नहर के टूटने से आस पास के गांवों में भी बड़ी तबाही मच सकती थी.
अधिकारियों का कहना है कि जिस वक्त पश्चिमी यमुना नहर की पटरी टूटी उस दौरान नहर में करीब सात हजार क्यूसेक पानी बह रहा था. इंद्री हेड से फिलहाल अभी दो हजार क्यूसेक पानी कम करा दिया गया है. अभी पांच हजार क्यूसेक पानी बह रहा है. इसे और कम कराने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल नहर का पानी सप्लीमेंट्री चैनल (उप नहर) में जा रहा है. हालात पर काबू पा लिया गया है.