चंडीगढ़: इस अंडरपास को बनाने का मकसद ये था कि जो लोग सेक्टर-17 शॉपिंग प्लाजा और सेक्टर-16 के रोज गार्डन जाना चाहते हैं उन्हें लंबे रास्ते से घूम कर ना जाना पड़े. वह सीधा सेक्टर-17 से सेक्टर-16 के रोज गार्डन पहुंच जाएं.
इस अंडरपास को लोग काफी पसंद कर रहे हैं क्योंकि अंडरपास का डिजाइन काफी बेहतरीन है. इस अंडरपास में एक तरफ सीढ़ियां बनाई गई है और दूसरी तरफ रैंप भी बनाए गए हैं. साथ ही रैंप के आसपास पत्थर की कुछ बेहतरीन कलाकृतियां भी लगाई गई हैं.
इसके अलावा अंडरपास के अंदर चंडीगढ़ के कलाकारों द्वारा बनाई सुंदर पेंटिंग और लकड़ी की कलाकृतियां भी लगाई गई हैं. यहां से गुजरने वाले लोग इस अंडरपास के साथ-साथ इन पेंटिंग्स और कलाकृतियों को भी काफी पसंद कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस अंडरपास से गुजरते समय उन्हें ऐसा महसूस हो रहा है कि जैसे वे किसी विदेशी इमारत में से गुजर रहे हो.
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कहने के लिए ये सिर्फ अंडरपास है लेकिन ये एक बेहतरीन इमारत है जिसके हर हिस्से को काफी ध्यान से बनाया गया है. इस रोज गार्डन के बनने से लोगों को काफी सहूलियत होगी. क्योंकि उन्हें सेक्टर-17 से रोज गार्डन तक जाने के लिए ना तो सड़कें पार करनी पड़ेगी और ना ही लंबे रास्ते से घूम कर आना पड़ेगा.
फरवरी में होने वाले रोज फेस्टिवल के दौरान रोज गार्डन में हर रोज हजारों लोग आते हैं. उन लोगों को इस अंडरपास का सबसे ज्यादा फायदा होगा. प्रशासन ने रोज फेस्टिवल से एक महीना पहले ही अंडरपास को लोगों के लिए खोल दिया है.
इस अंडरपास का निर्माण साल 2017 में शुरू हुआ था और जनवरी 2020 में चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी सिंह बदनोर द्वारा इसका उद्घाटन कर दिया गया. इस अंडरपास को बनाने में करीब 9 करोड रुपए खर्च किए गए हैं.
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