चंडीगढ़: हरियाणा के खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री संदीप सिंह ने कोरोना के कारण प्रभावित हुए खेल और कोरोना काल में खिलाड़ियों को दी जा रही कोचिंग को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. खेल मंत्री ने कहा कि कोरोना में संक्रमण के खतरे को देखते हुए इंडिविजुअल पर काम किया जा रहा है. जो खिलाड़ी कमजोर हैं उन पर काम किया जा रहा है ताकि उनको बेहतर किया जा सके.
खेल मंत्री ने कहा कि छोटे बच्चों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोचिंग दी जा रही है. कोरोना के चलते काफी कुछ रोका हुआ है. टूर्नामेंट, कंपटीशन नहीं हो सकते, छोटे बच्चों के लिए नर्सरी शुरू नहीं की जा सकती, कोरोना की महामारी ठीक हो जिससे सब रूटीन में आ जाए. इन सबके बीच क्या ऑप्शन हो सकते हैं इस पर खेल विभाग की तरफ से लगातार काम किया जा रहा है.
मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस पर होगा टूर्नामेंट का आयोजन
खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि कोरोना के कारण ओलंपिक गेम्स, खेलो इंडिया, हरियाणा के खेल महाकुंभ समेत कई खेल रद्द हो गए हैं. हालांकि हरियाणा सरकार की मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस जो कि 29 अगस्त को है, उस दिन एक टूर्नामेंट के आयोजन की योजना है. इसमें सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर खास तैयारी की जा रही है. इस टूर्नामेंट का आयोजन 'फिट इंडिया' के नारे को ध्यान में रखते हुए भी किया जा रहा है.
हर गांव में बनेंगे यूथ क्लब
खेल मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि प्रदेश के हर गांव में यूथ क्लब बनाए जाएंगे. पहले से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दो से तीन जिलों में शुरू किया जाएगा और अगले तीन से चार साल में ये योजना पूरे राज्य में लागू की जाएगी. उन्होंने कहा कि हरियाणा पहला राज्य बनेगा जिसमें हर पंचायत और गांव में यूथ क्लब होगा. इससे युवा नशे के रास्ते पर ना जाकर अच्छे रास्ते पर जाएंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से मदद और राज्य सरकार के भी अपने बजट के हिसाब से इस पर काम किया जाएगा.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दी जा रही कोचिंग
खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि रेसलिंग, कबड्डी, फुटबॉल और हॉकी में बॉडी कांटेक्ट होता है. इंडिविजुअल रेसलिंग और बॉक्सिंग में भी अच्छे स्किल्स जिन खिलाड़ियों में है, उसे और बेहतर करने पर काम किया जा रहा है, जबकि ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके कुछ स्किल्स कमजोर होते हैं उस पर भी काम कर रहे हैं. खेल मंत्री ने कहा कि छोटे बच्चों को वीडियो ग्राफी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोचिंग दी जा रही है क्योंकि बच्चों को कोरोना का ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है.
जल्द वेब पोर्टल होगा शुरू
खेल मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की तरफ से एक विचार था जिसमें जियो मैपिंग की जानी है. इसमें एक गांव के स्टेडियम और दूसरे स्टेडियम की दूरी के बारे में जानकारी, इन स्टेडियम में दी जाने वाली कोचिंग और कोच की उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही आम व्यक्ति ये भी जनाकारी ले पायेगा कि किस जगह उनका बच्चा कोचिंग ले रहा है, कितनी प्रैक्टिस होती है ओर कोच की क्या उपलब्धि है. जो वेब पोर्टल शुरू कू जाएगी उस पर मेडल से लेकर ऑनलाइन जॉब के लिए भी अप्लाई कर सकेंगे.
खेल मंत्री की तरफ से जहां छोटे बच्चों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोचिंग देने की बात की जा रही है, तो वहीं खिलाड़ियों के स्किल पर काम किए जाने का भी दावा किया जा रहा है. फिलहाल खेल, कंपटीशन और चैंपियनशिप समेत कई टूर्नामेंट रद्द होने के चलते विभाग की तरफ से ये भी देखा जा रहा है कि और क्या ऑप्शन खेलों को लेकर हो सकते हैं.
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