चंडीगढ़/नई दिल्ली: फास्टैग लागू होने के बाद समस्याएं बढ़ गई हैं. टोल प्लाजा की कैश लेन में जाम के हालात कई घंटे बने रहते हैं. गाड़ियों पर भी लोग फास्टैग को चालक सीट के ठीक सामने नहीं लगाकर ऊपर या नीचे लगा रहे हैं, इस कारण भी टोल पर फास्टैग रीड करने में समय लग रहा है.
कई टोल प्लाजा पर महज आने-जाने की एक-एक लेन पर ही कैश की सुविधा है. इस कारण कैश लेन में पूरे दिन जाम लग रहा है. यही मुद्दा बीजेपी राज्यसभा सदस्य सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल डीपी वत्स ने राज्यसभा में उठाया. उन्होंने कहा कि गाड़ियों पर फास्टैग लगा होने के बाद भी समस्याएं आ रही हैं. फास्टैग वाली लेनों पर जाम लग जाता है.
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उन्होंने बताया कि जब उन्होंने एक टोल पर उतरकर फास्टैग को चैक किया तो टोल मैनेजर ने बताया कि आज 10000 वाहनों ने फास्टैग लिया है. लेकिन अब कुछ वाहन चालकों का कहना है कि उन्हें आज फास्टैग नहीं मिलेगा, जिस कारण कैश गेट्स पर लंबी लाइन लगी रही. कैश गेट्स पर लगी लाइन के कारण जब मैंने मैनेजर से वाहनों को फास्टैग गेट से निकालने का अनुरोध किया तो उन्होंने मना कर दिया और कहा कि ऐसा ना करने के निर्देश हैं और लोगों को फास्टैग के बारे में जानकारी देने के आदेश हैं.
उन्होंने आगे कहा कि फास्टैग के बारे में लोगों को बताना अच्छी बात है. लेकिन अगर टोल प्लाजा पर 500 मीटर से ज्यादा लंबी लाइन लगी हो तो इससे जनता को परेशानी होती है. सभापति महोदय मेरा आपसे अनुरोध है कि पीक आवर्स, ऑफिस आवर्स में लंबी लाइन लगने के बाद लोगों को फास्टैग गेट से निकलने के लिए मैनेजर को परमिट किया जाए ताकि आमजन को समस्या ना हो.
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