चंडीगढ़: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सबसे ज्यादा हरियाणा के 43 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. CWG 2022 में मेडल (Haryana total medals in Commonwealth Games) की बात करें तो हरियाणा ने कुल 17 पदक हासिल किये. अमित पंघाल, नीतू घनघस ने बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल जीता. साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, दीपक पुनिया, रवि कुमार दहिया, विनेश फोगाट और नवीन कुमार ने कुश्ती में गोल्ड जीता. वहीं सुधीर ने पैरा पावर लिफ्टिंग में गोल्ड मेडल हासिल किया.
इसके अलावा अंशु मलिक ने कुश्ती में सिल्वर, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग, दीपक नेहरा और मोहित ग्रेवाल ने कुश्ती में कांस्य पदक जीता. सागर अहलावत ने बॉक्सिंग में सिल्वर और जैसमिन लंबोरिया ने बॉक्सिंग में कांस्य पदक हासिल किया. वहीं संदीप कुमार ने एथलेटिक्स में ब्रॉंज मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रौशन किया. कुल मिलाकर बर्मिंघम में 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में देश की आबादी के लगभग 2 प्रतिशत वाले हरियाणा ने सबसे ज्यादा मेडल देश के लिए जीते. CWG 2022 में 9 गोल्ड मेडल केवल हरियाणा (haryana gold medal in cwg 2022) के खिलाड़ियों ने जीता. यही नहीं कुश्ती में भारत के कुल 12 मेडल हैं. इनमें से 11 मेडल केवल हरियाणा के पहलवानों ने जीता. मेडल जीतकर लौट इन खिलाड़ियों पर सरकार भी धन वर्षा करने को तैयार है.
हरियाणा में खिलाड़ियों को इनामी राशि- हरियाणा देश का ऐसा राज्य है जो पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार के रुप में सबसे ज्यादा नगद राशि (Prize money to players in Haryana) देता है. हरियाणा ने हर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के हिसाब से इनामी राशि खिलाड़ियों के लिए तय की हुई है. ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ और कांस्य पदक विजेता को ढाई करोड़ की नकद राशि दी जाती है. इतना ही नहीं ओलंपिक में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को भी सरकार 15-15 लाख की राशि देती है.
कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वालों को नकद राशि- राज्य सरकार ने एशियाई, कॉमनवेल्थ और राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले पैरा खिलाड़ियों को भी सामान्य खिलाड़ियों की तरह नगद पुरस्कार देने का प्रावधान किया हुआ है. एशियाई खेलों में राज्य सरकार स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत पदक विजेता को डेढ़ करोड़ और कांस्य पदक विजेता को 75 लाख की इनामी राशि देती है. वहीं कॉमनवेल्थ खेलों की बात करें तो इसमें स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को राज्य सरकार डेढ़ करोड़, रजत पदक विजेता को 75 लाख और कांस्य पदक विजेता को 50 लाख रुपये नकद राशि देती है. इसके अलावा कॉमनवेल्थ गेम्स में चौथे स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी को 15 लाख की प्रोत्साहन राशि और इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी को साढ़े सात लाख की राशि देने का सरकार ने फैसला किया है.
हरियाणा में खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी- हरियाणा में खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ने के लिए सरकार ने उत्कृष्ट खिलाड़ियों को नौकरी देने का भी प्रावधान किया हुआ है. इसके लिए हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021 बनाया गया है. प्रदेश में अब तक 80 से अधिक खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है. खिलाड़ियों के लिए खेल विभाग में प्रथम श्रेणी से लेकर तृतीय श्रेणी तक के पद सृजित किए गए हैं. विभिन्न भर्तियों में योग्य खिलाड़ियों के लिए प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के पदों में 3 प्रतिशत और चतुर्थ श्रेणी के पदों में 10 प्रतिशत आरक्षण भी दिया जाता है.
अवार्ड जीतने वाले खिलाड़ियों को मानदेय- खिलाड़ियों में जोश बनाए रखने के लिए राज्य सरकार अर्जुन अवॉर्ड, द्रोणाचार्य अवॉर्ड और ध्यानचंद पुरस्कार जीतने वाले खिलाड़ियों को 20 हजार रुपये प्रति माह मानदेय देती है. राज्य सरकार खेल रत्न अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी को भी 20 हजार प्रति माह देने की बात कर चुकी है. खेलों को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार विजेता को 20 हजार प्रति माह, भीम पुरस्कार विजेताओं को हर महीने 5 हजार रुपये मानदेय मिलता है. भीम अवार्ड हरियाणा का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार है जो हर साल खिलाड़ियों को दिया जाता है.