चंडीगढ़: कोरोना अनियंत्रित होता जा रहा है. अब प्रतिदिन करीब 400 मामले सामने आ रहे हैं. बढ़ते मामलों को देखते हुए चंडीगढ़ पीजीआई ने एक बार फिर से फिजिकल ओपीडी को बंद करने का फैसला किया है. पीजीआई में 12 अप्रैल से ओपीडी को बंद कर दिया जाएगा.
इस फैसले के तहत अब मरीजों को अस्पताल में नहीं बुलाया जाएगा. बल्कि पहले की तरह टेली-कंसल्टेशन के माध्यम से ही उनका इलाज किया जाएगा. पीजीआई में हुई एक बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया. जिसमें पीजीआई के निदेशक प्रोफेसर जगत राम के साथ अलग-अलग विभागों के विभागाध्यक्ष भी शामिल हुए.
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बैठक में पीजीआई के निदेशक प्रोफेसर जगत राम ने कहा कि अब कोरोना पहले के मुकाबले ज्यादा रफ्तार से बढ़ रहा है इसलिए मरीजों को पीजीआई में नहीं बुलाया जाएगा क्योंकि मरीज पहले ही किसी बीमारी से जूझ रहे होते हैं और ऐसे में उनमें संक्रमण होने का खतरा भी बढ़ जाता है.
इस खतरे को देखते हुए ये फैसला किया गया है. ओपीडी की टेली-कंसल्टेशन सेवा पहले की तरह जारी रहेगी जिसमें डॉक्टर टेलीफोन के माध्यम से मरीजों से बात करेंगे और उन्हें कंसल्ट करेंगे. जरूरत पड़ने पर टेलीफोन लाइनों को बढ़ा दिया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को इसका लाभ पहुंचाया जा सके.
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बता दें कि, शुक्रवार को चंडीगढ़ में कोरोना के रिकॉर्ड 422 नए मरीज मिले हैं, जबकि 320 मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. इसके अलावा शुक्रवार को चंडीगढ़ में कोरोने से चार लोगों की मौत भी हुई है. वहीं 422 नए मरीजों के सामने आने के बाद चंडीगढ़ में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 3,213 तक पहुंच चुकी है.