चंडीगढ़: 17 मई का दिन दुनिया भर में विश्व हाइपरटेंशन दिवस (WORLD HYPERTENSION DAY 2022) के तौर पर मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का मुख्य मकसद लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना है. बता दें, यह बीमारी काफी घातक होती है और इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है. लेकिन वर्तमान समय में यह बीमारी काफी आम हो गई है और हर दूसरे व्यक्ति को छोड़ अपना शिकार बना रही है. जिससे आज करोड़ों लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं.
हाई BP एक जानलेवा बीमारी: विश्व हाइपरटेंशन दिवस के मौके पर चंडीगढ़ पीजीआई के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर सोनू गोयल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है जो किसी के लिए भी जानलेवा हो सकती (SONU GOYAL ON WORLD HYPERTENSION DAY) है. हाई ब्लड प्रेशर हमारे शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है. अगर हमें हाई ब्लड प्रेशर है, तो इससे हमारे दिमाग, हमारे दिल, किडनी या अन्य अंगों पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है.
128 करोड़ लोग हाई BP से पीड़ित: सोनू गोयल ने कहा कि दुनिया भर में करीब 128 करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित है. भारत में यह बीमारी काफी तेजी से बढ़ रही है. भारत में हर चार में से एक व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित है और ज्यादातर लोगों को यह पता ही नहीं होता कि वह इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. उन्होंने कहा कि कुल मरीजों में ज्यादा संख्या पुरुषों की होती है. पुरुषों का लाइफस्टाइल महिलाओं की अपेक्षा ज्यादा खराब माना जाता है. क्योंकि पुरुष स्मोकिंग और शराब का सेवन ज्यादा करते हैं.
हाई BP होने के कारण: प्रोफेसर सोनू गोयल ने बताया कि इस बीमारी के होने के कई कारण है. जैसे ज्यादा नमक खाना. उन्होंने कहा कि एक इंसान को दिन भर में 5 से 6 ग्राम नमक खाना चाहिए, लेकिन लोग 8 से 9 ग्राम नमक खा रहे हैं, जो गलत है. इसके अलावा खराब लाइफस्टाइल, तनाव, धूम्रपान, शराब का सेवन व अन्य भी कारणों से भी हाइपरटेंशन जैसी बीमारी होती है. उन्होंने कहा कि लोग इस जानलेवा बीमारी के प्रति ज्यादा जागरूक नहीं है. 100 मरीजों में से केवल 30 मरीज डॉक्टर के पास इस बीमारी को लेकर आते हैं. बाकी के मरीजों को या तो इसके बारे में पता नहीं होता या इस बीमारी की गंभीरता को नहीं समझ पाते.
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण: अगर किसी के सर में दर्द है या उसे बेचैनी महसूस होती है, तो हो सकता है कि उसे हाई ब्लड प्रेशर (Symptoms of high blood pressure) हो. इसके लिए वह घर में थोड़ी देर लेट सकता है. लेकिन मरीज को डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए. कई मरीज घरेलू उपचार में पड़ जाते हैं, लेकिन ऐसी स्थिति में बिना देरी किए डॉक्टर के पास जाना चाहिए, ताकि स्थिति को संभाला जा सके. अगर समय से डॉक्टर के पास न पहुंचा जाए, तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि मरीज को थोड़े-थोड़े समय बाद अपना ब्लड प्रेशर चेक करवाना चाहिए और ईसीजी भी करवानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सावधानी बरतते हुए ही इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है.
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