चंडीगढ़: शहर में निजी स्कूल अभिभावकों से मनमानी फीस वसूल रहे हैं. जिसको लेकर कुछ लोगों ने चंडीगढ़ सेक्टर-44 स्कूल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की.
'सिर्फ फीस वसूलने पर ध्यान'
अभिभावकों का कहना है कि स्कूल बच्चों की पढ़ाई की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं, इनका ध्यान सिर्फ लोगों से फीस वसूलने की तरफ है. इनका कहना है कि स्कूल की ओर से ऑनलाइन क्लासेज भी नहीं लगाई जा रही हैं. जिससे बच्चों की पढ़ाई बिल्कुल रुक चुकी है. ऐसे में ये लोग किस हक से फीस मांग रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने फीस को 15% तक बढ़ा दिया है और जून की फीस भी एडवांस मांग रहे हैं. ऐसे में बच्चों के अभिभावक फीस जमा कहां से करवाएं.
अभिभावकों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान बहुत से लोगों की नौकरियां चली गईं और बहुत से लोगों को सैलरी भी नहीं मिली. जिससे उनका घर चलाना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में वे स्कूल की भारी-भरकम फीस नहीं भर सकते. लेकिन स्कूल प्रबंधन उनका बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहा है और उन पर फीस भरने के लिए लगातार दबाव बना रहा है.
निजी स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से स्कूलों को ये आदेश दिया गया था कि स्कूल सिर्फ ट्यूशन फीस ही ले सकते हैं. इसके अलावा अन्य कोई फीस नहीं ले सकते. इसके बावजूद चंडीगढ़ के निजी स्कूल हमेशा की तरह पूरी फीस वसूल कर रहे हैं. जिसमें मेंटेनेंस चार्जेस, कंप्यूटर फीस आदि शामिल है.
अभिभावकों का कहना है कि जब उन्होंने स्कूल प्रबंधन से ये कहा कि वो 2 महीने से ऑफिस नहीं जा पाए और उन्हें सैलरी भी नहीं मिली तो प्रबंधन की ओर से कहा गया कि पहले इसका सबूत पेश करें इसके बाद बात की जाएगी. प्रबंधन किसी कीमत पर फीस माफ नहीं करना चाहता.
अभिभावकों का कहा कि जब स्कूल की ओर से ऑनलाइन क्लासेज भी नहीं लगाई जा रही और ना ही बच्चों को पढ़ाया जा रहा है तो फिर क्यों फीस मांगी जा रही है. लोगों ने कहा कि हम किसी कीमत पर स्कूल की मनमानी नहीं चलने देंगे और प्रशासन के सामने भी स्कूल के खिलाफ आवाज उठाएंगे.
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