ETV Bharat / city

हरियाणा में 7 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाएगा वन क्षेत्र का दायरा: वन मंत्री - kanwar pal gurjar in Forest ministers meeting

वन मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने सोमवार को केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री द्वारा बुलाई गई सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के वन मंत्रियों की बैठक में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि हरियाणा में इस वर्ष के वन महोत्सव के दौरान एक करोड़ 30 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और लगभग 80 प्रतिशत लक्ष्य को पूरा कर लिया है.

हरियाणा वन मंत्री कंवर पाल गुर्जर
हरियाणा वन मंत्री कंवर पाल गुर्जर
author img

By

Published : Aug 17, 2020, 8:36 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा के वन मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने सोमवार को चंडीगढ़ में केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बुलाई गई सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के वन मंत्रियों की बैठक में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया.

वन क्षेत्र 7 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाएगा

मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बताया कि राज्य में आगामी तीन वर्षों में कुल वन एवं वृक्षों के तहत क्षेत्र को 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर राज्य के 1100 गांवों में ‘कोविड वाटिका’ स्थापित की जाएंगी और लगातर हर वर्ष इतने ही गांवों को पौधारोपण के तहत लिया जाएगा. इस वर्ष के वन महोत्सव के दौरान एक करोड़ 30 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और लगभग 80 प्रतिशत लक्ष्य को पूरा कर लिया है.

वन मंत्री ने केंद्रीय मंत्री को दी अपनी परियोजनाओं की जानकारी

बैठक में वन मंत्री केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने अपने मंत्रालय की छ: नई परियोजनाओं को लक्षित करते हुए देश में वनों के अधीन क्षेत्र बढ़ाने के लिए राज्यों को वर्ष 2024-25 तक का विजन दिया. जिसमें मुख्य रूप से शहरों में नगर वन स्थापित करना, स्कूल नर्सरी स्कीम, 20-सूत्रीय कार्यक्रम के तहत पौधारोपण, देश की 13 प्रमुख नदियों का वनों के माध्यम से संरक्षण, मृदा नमी संरक्षण के लिए लिडार टैक्नोलोजी का उपयोग तथा किसानों को लकड़ी बचने के लिए राष्ट्रीय ट्रांजिट परमिट शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- हरियाणा: 15 दिनों में 11 मोस्ट वांटेड समेत 612 अपराधी गिरफ्तार

वन मंत्री ने इस बात से भी अवगत करवाया कि नदी संरक्षण के तहत राज्य में यमुना व घग्गर दो प्रमुख नदियां हैं और इनके किनारों पर 7.40 लाख पौधे लगाए जाएंगे, जिनमें मुख्य रूप से यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद व पलवल जिले यमुना नदी में तथा मोरनी हिल्स, पंचकूला, अम्बाला, कैथल, फतेहाबाद व सिरसा जिलों को घग्गर नदी में कवर किया जाएगा. इसी प्रकार, स्कूल नर्सरी के तहत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पहले ही स्कूली बच्चों को पौधारोपण कर उनकी देखभाल करने के लिए प्रेरित करने की योजना वर्ष 2016 से ही आरम्भ की थी और अब एक ऐप लॉच किया गया है, जिस पर विद्यार्थी पौधे के साथ अपनी फोटो अपलोड कर सकता है और हर छ: महीने के बाद उसको प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है.

उन्होंने बताया कि नगर वन योजना के तहत यमुनानगर जिले के सढौरा तथा सोनीपत जिले के मुरथल में एक-एक नगर वन विकसित किए गये हैं. अब केन्द्र सरकार की योजना के तहत गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पलवल, यमुनानगर के शहरों में लगभग 397 हेक्टेयर क्षेत्र में नगर वन विकसित करने की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है. इसी प्रकार, जैव विविधिकरण के तहत कासन, बड़खल तथा मुरथल में योजनाओं पर कार्य चल रहा है.

विलुप्त होती प्रजातियों के लिए उठाए ठोस कदम

उन्होंने इस बात की जानकारी दी कि इस बार वन महोत्सव के दौरान ड्रोन के माध्यम से भी बीजारोपण किया. वन विभाग द्वारा लोगों को वनों के महत्व के प्रति जागरूक करने के लिए हर वर्ष वन महोत्सव एवं वन्य प्राणी सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा विलुप्त होती वन्य प्राणियों की प्रजातियों के संरक्षण तथा संवर्धन की दिशा में भी ठोस कदम उठाये गये हैं. जिला रेवाड़ी में स्थित झाबुआ आरक्षित वन क्षेत्र में ‘मोर एवं चिंकारा प्रजनन केन्द्र’ की स्थापना की गई है.

इसी तरह गिद्धों की घटती संख्या को रोकने के लिए तथा उनकी जनसंख्या को बढ़ाने के लिए भारत का पहला ‘गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन केन्द्र’ पिंजौर में स्थापित किया गया है. मोरनी स्थित ‘फिजैंट प्रजनन केन्द्र’ में लाल जंगली मुर्गा प्रजाति का सफलापूर्वक प्रजनन करवाया जा रहा है. भिवानी जिले के कैरू गांव में ‘चिंकारा प्रजनन केन्द्र’ तथा भौर सैयदां में ‘मगरमच्छ प्रजनन केन्द्र’ स्थापित किया गया है.

ये भी पढ़ें- अगले दो दिन हरियाणा के कई हिस्सों में तेज बरिश की संभावना- मौसम विभाग

चंडीगढ़: हरियाणा के वन मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने सोमवार को चंडीगढ़ में केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बुलाई गई सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के वन मंत्रियों की बैठक में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया.

वन क्षेत्र 7 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाएगा

मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बताया कि राज्य में आगामी तीन वर्षों में कुल वन एवं वृक्षों के तहत क्षेत्र को 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर राज्य के 1100 गांवों में ‘कोविड वाटिका’ स्थापित की जाएंगी और लगातर हर वर्ष इतने ही गांवों को पौधारोपण के तहत लिया जाएगा. इस वर्ष के वन महोत्सव के दौरान एक करोड़ 30 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और लगभग 80 प्रतिशत लक्ष्य को पूरा कर लिया है.

वन मंत्री ने केंद्रीय मंत्री को दी अपनी परियोजनाओं की जानकारी

बैठक में वन मंत्री केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने अपने मंत्रालय की छ: नई परियोजनाओं को लक्षित करते हुए देश में वनों के अधीन क्षेत्र बढ़ाने के लिए राज्यों को वर्ष 2024-25 तक का विजन दिया. जिसमें मुख्य रूप से शहरों में नगर वन स्थापित करना, स्कूल नर्सरी स्कीम, 20-सूत्रीय कार्यक्रम के तहत पौधारोपण, देश की 13 प्रमुख नदियों का वनों के माध्यम से संरक्षण, मृदा नमी संरक्षण के लिए लिडार टैक्नोलोजी का उपयोग तथा किसानों को लकड़ी बचने के लिए राष्ट्रीय ट्रांजिट परमिट शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- हरियाणा: 15 दिनों में 11 मोस्ट वांटेड समेत 612 अपराधी गिरफ्तार

वन मंत्री ने इस बात से भी अवगत करवाया कि नदी संरक्षण के तहत राज्य में यमुना व घग्गर दो प्रमुख नदियां हैं और इनके किनारों पर 7.40 लाख पौधे लगाए जाएंगे, जिनमें मुख्य रूप से यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद व पलवल जिले यमुना नदी में तथा मोरनी हिल्स, पंचकूला, अम्बाला, कैथल, फतेहाबाद व सिरसा जिलों को घग्गर नदी में कवर किया जाएगा. इसी प्रकार, स्कूल नर्सरी के तहत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पहले ही स्कूली बच्चों को पौधारोपण कर उनकी देखभाल करने के लिए प्रेरित करने की योजना वर्ष 2016 से ही आरम्भ की थी और अब एक ऐप लॉच किया गया है, जिस पर विद्यार्थी पौधे के साथ अपनी फोटो अपलोड कर सकता है और हर छ: महीने के बाद उसको प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है.

उन्होंने बताया कि नगर वन योजना के तहत यमुनानगर जिले के सढौरा तथा सोनीपत जिले के मुरथल में एक-एक नगर वन विकसित किए गये हैं. अब केन्द्र सरकार की योजना के तहत गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पलवल, यमुनानगर के शहरों में लगभग 397 हेक्टेयर क्षेत्र में नगर वन विकसित करने की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है. इसी प्रकार, जैव विविधिकरण के तहत कासन, बड़खल तथा मुरथल में योजनाओं पर कार्य चल रहा है.

विलुप्त होती प्रजातियों के लिए उठाए ठोस कदम

उन्होंने इस बात की जानकारी दी कि इस बार वन महोत्सव के दौरान ड्रोन के माध्यम से भी बीजारोपण किया. वन विभाग द्वारा लोगों को वनों के महत्व के प्रति जागरूक करने के लिए हर वर्ष वन महोत्सव एवं वन्य प्राणी सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा विलुप्त होती वन्य प्राणियों की प्रजातियों के संरक्षण तथा संवर्धन की दिशा में भी ठोस कदम उठाये गये हैं. जिला रेवाड़ी में स्थित झाबुआ आरक्षित वन क्षेत्र में ‘मोर एवं चिंकारा प्रजनन केन्द्र’ की स्थापना की गई है.

इसी तरह गिद्धों की घटती संख्या को रोकने के लिए तथा उनकी जनसंख्या को बढ़ाने के लिए भारत का पहला ‘गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन केन्द्र’ पिंजौर में स्थापित किया गया है. मोरनी स्थित ‘फिजैंट प्रजनन केन्द्र’ में लाल जंगली मुर्गा प्रजाति का सफलापूर्वक प्रजनन करवाया जा रहा है. भिवानी जिले के कैरू गांव में ‘चिंकारा प्रजनन केन्द्र’ तथा भौर सैयदां में ‘मगरमच्छ प्रजनन केन्द्र’ स्थापित किया गया है.

ये भी पढ़ें- अगले दो दिन हरियाणा के कई हिस्सों में तेज बरिश की संभावना- मौसम विभाग

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.