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सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं महिलाएं

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Published : Jan 6, 2021, 10:49 AM IST

सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन को 40 दिन से लगातार चल रहे किसान आंदोलन में आई महिलाओं ने बताया कि वह अपने परिवार वालों के साथ आंदोलन करने के लिए आई हैं.

Ladies contribution at singhu border farmer protest
सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं महिलाएं

नई दिल्ली/चंडीगढ़: दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन को 40 दिन से ज्यादा का समय हो गया है और किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार के सामने सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. इस आंदोलन में किसानों का साथ देने के लिए पंजाब और हरियाणा से महिलाएं भी उनके साथ आई हुई हैं. जो पिछले 40 दिनों से आंदोलन में किसानों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर अहम भूमिका निभा रही हैं.

आंदोलन से जुड़ी हर गतिविधि में महिलाओं का सहयोग
ईटीवी भारत की टीम ने किसानों के साथ आई महिलाओं से बात की. जिसमें महिला ने बताया कि वह 40 दिनों से अपने परिवार वालों के साथ दिल्ली के सिंघु बॉर्डर सहित तमाम बॉर्डर पर आंदोलन कर रही हैं और पहले दिन से ही अपने परिवार वालों और किसानों के साथ मोर्चे पर बैठी हुई हैं. महिलाएं किसानों के साथ आंदोलन में भूमिका निभा रही हैं और खाने-पीने, साफ-सफाई आदि का भी विशेष ध्यान रख रही हैं. आंदोलन से जुड़ी हर गतिविधि में महिलाएं बढ़-चढ़कर सहयोग कर रही हैं.

सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं महिलाएं
आंदोलन खत्म होने के बाद ही वापस जाएंगी महिलाएं

महिलाओं ने बताया कि वह पहले दिन से ही आंदोलन में आई हुई हैं. घर पर मौजूद लोगों को उनकी चिंता है. इसीलिए उनके प्रियजनों के फोन भी आ रहे हैं कि आप लोग घर जल्दी आओ. लेकिन उनके इरादे अटल होने की वजह से आंदोलन खत्म होने के बाद ही दिल्ली से वापस जाएंगी. वहीं दूसरी महिलाओं ने बताया कि सरकार किसानों के साथ नाइंसाफी कर रही है. सरकार की सद्बुद्धि के लिए महिलाएं भगवान से दुआ भी कर रही हैं कि सरकार किसानों की मांगों पर ध्यान दे.

पढ़े: ठंड-बारिश के बीच डटे अन्नदाता, थोड़ी देर में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक

बारिश के बाद भी अपनी मांगों को लेकर डटे किसान
पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद भी किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार के सामने दिल्ली की सर्द रातों में सिंघु बॉर्डर सहित दिल्ली के सभी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. लगातार कृषि कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन आंदोलन के 40 दिन होने के बाद और लगातार सर्दी बढ़ने पर बारिश होने के बाद भी किसानों और साथ में आई महिलाओं के हौसले अभी भी बुलंद है.

नई दिल्ली/चंडीगढ़: दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन को 40 दिन से ज्यादा का समय हो गया है और किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार के सामने सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. इस आंदोलन में किसानों का साथ देने के लिए पंजाब और हरियाणा से महिलाएं भी उनके साथ आई हुई हैं. जो पिछले 40 दिनों से आंदोलन में किसानों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर अहम भूमिका निभा रही हैं.

आंदोलन से जुड़ी हर गतिविधि में महिलाओं का सहयोग
ईटीवी भारत की टीम ने किसानों के साथ आई महिलाओं से बात की. जिसमें महिला ने बताया कि वह 40 दिनों से अपने परिवार वालों के साथ दिल्ली के सिंघु बॉर्डर सहित तमाम बॉर्डर पर आंदोलन कर रही हैं और पहले दिन से ही अपने परिवार वालों और किसानों के साथ मोर्चे पर बैठी हुई हैं. महिलाएं किसानों के साथ आंदोलन में भूमिका निभा रही हैं और खाने-पीने, साफ-सफाई आदि का भी विशेष ध्यान रख रही हैं. आंदोलन से जुड़ी हर गतिविधि में महिलाएं बढ़-चढ़कर सहयोग कर रही हैं.

सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं महिलाएं
आंदोलन खत्म होने के बाद ही वापस जाएंगी महिलाएं

महिलाओं ने बताया कि वह पहले दिन से ही आंदोलन में आई हुई हैं. घर पर मौजूद लोगों को उनकी चिंता है. इसीलिए उनके प्रियजनों के फोन भी आ रहे हैं कि आप लोग घर जल्दी आओ. लेकिन उनके इरादे अटल होने की वजह से आंदोलन खत्म होने के बाद ही दिल्ली से वापस जाएंगी. वहीं दूसरी महिलाओं ने बताया कि सरकार किसानों के साथ नाइंसाफी कर रही है. सरकार की सद्बुद्धि के लिए महिलाएं भगवान से दुआ भी कर रही हैं कि सरकार किसानों की मांगों पर ध्यान दे.

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बारिश के बाद भी अपनी मांगों को लेकर डटे किसान
पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद भी किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार के सामने दिल्ली की सर्द रातों में सिंघु बॉर्डर सहित दिल्ली के सभी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. लगातार कृषि कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन आंदोलन के 40 दिन होने के बाद और लगातार सर्दी बढ़ने पर बारिश होने के बाद भी किसानों और साथ में आई महिलाओं के हौसले अभी भी बुलंद है.

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