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JJP विधायक देवेंद्र बबली ने टोहाना में पिछले 5 साल के विकास कार्यों की विजिलेंस जांच की मांग उठाई - जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली

जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली ने टोहाना में 5 साल के विकास कार्यों की विजिलेंस जांच की मांग की है. वहीं भाजपा के विधायक दूडा राम ने भी डेली वेज में दी जाने वाली नौकरियों में प्रशासन पर 20 से 30 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर लेने के संगीन आरोप लगा दिए हैं.

jjp mla devender babli tohana
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Published : Dec 26, 2019, 12:03 AM IST

Updated : Dec 27, 2019, 11:55 PM IST

चंडीगढ़: भ्रष्टाचार समाप्त करने और भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली भाजपा सरकार के लिए उनके ही विधायक मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं. जजपा के विधायक देवेंद्र बबली ने जहां टोहाना में पिछले पांच साल में विकास में भ्रष्टाचार के बड़े आरोप लगाए हैं. वहीं भाजपा के विधायक दूडा राम ने भी डेली वेज में दी जाने वाली नौकरियों में 20 से 30 हजार रुपये लेने के संगीन आरोप लगा दिए हैं जबकि भाजपा सरकार नौकरियों में निष्पक्षता और ईमानदारी से देने का दम भरती रही है.

जेजेपी विधायक ने तो टोहाना में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए विजिलेंस जांच तक की मांग कर दी है. बबली सरकार में सांझेदार पार्टी जेजेपी के विधायक हैं जबकि टोहाना से उनसे पहले भाजपा के विधायक एवं प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला विधायक रह चुके हैं. वहीं सुभाष बराला ने कहा कि किसी भी तरह की अनियमितता के मामले में न कोई पहले बचा है न ही आगे किसी को बख्शा जाएगा.

JJP विधायक देवेंद्र बबली ने टोहाना में पिछले 5 साल के विकास कार्यों की विजिलेंस जांच की मांग उठाई.

ये भी पढ़ें: चंडीगढ़ शहर में नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर लोग, तस्वीरें देखकर चौंक जाएंगे

बबली के अनुसार प्रदेश भर में पिछले 5 साल में हुए विकास कार्यों में धांधलियों के तहत करीब 500 शिकायतें उनके पास पहुंची हैं. टोहाना विधानसभा हल्के में अधिकारी अब तबादले करवाकर यहां-वहां भाग रहे हैं, उन्होंने इस पूरे मामले की विजिलेंस जांच की मांग की है.

बबली की तरफ से भ्रष्टाचार की शिकायतों के मिलने के दावे के दूसरी तरफ सवाल ये भी है कि पिछले 5 साल में अगर हल्के में जमकर भ्रष्टाचार हुआ तो 5 साल तक विधायक रहे सुभाष बराला को भ्रष्टाचार से संबंधित ऐसी शिकायतें लोगों की तरफ से क्यों नहीं दी गई. देवेंद्र बबली की तरफ से लगाए जा रहे आरोप पर सुभाष बराला ने कहा कि जो आरोप लगता है वो ही बता पाएगा कि किस प्रकार की उसकी मंशा से उनकी तरफ से बात की जा रही है. ये वही बता सकते हैं. हरियाणा में मौजूदा और पूर्व की मनोहर सरकार ईमानदारी और जवाबदेही के साथ सरकार चली थी.

बराला ने कहा कि मैं टोहाना के विधायक का स्वागत करता हूं कि हमारी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति की तरफ उनका ध्यान गया है. वे चुने हुए प्रतिनिधि हैं, अगर किसी को भी कहीं भी कोई गलत काम होता लगता है तो उसको रोकने के लिए आगे आना चाहिए, मैं इस बात का स्वगत करता हूं.

ये भी पढ़ें- नागरिकता संशोधन एक्ट पर साधु समाज की प्रतिक्रिया, कहा- राष्ट्र की सद्भावना के शत्रु न बनें

फिलहाल टोहाना में भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर जेजेपी विधायक ने एक नई बहस को हवा दे दी है. इस मुद्दे पर विपक्षी दल सरकार को कठघरे में खड़ा कर सकते हैं जबकि भाजपा के ही विधायक दूडा राम ने भी डेलीवेज नौकरियों में ही 20 से 30 हजार रुपये रिश्वत लिए जाने का आरोप लगा कर सरकार की निष्पक्ष नौकरियां देने के दावे पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. अब ये देखना होगा कि जेजेपी विधायक की विजिलेंस जांच पर सरकार का क्या कदम रहता है.

चंडीगढ़: भ्रष्टाचार समाप्त करने और भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली भाजपा सरकार के लिए उनके ही विधायक मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं. जजपा के विधायक देवेंद्र बबली ने जहां टोहाना में पिछले पांच साल में विकास में भ्रष्टाचार के बड़े आरोप लगाए हैं. वहीं भाजपा के विधायक दूडा राम ने भी डेली वेज में दी जाने वाली नौकरियों में 20 से 30 हजार रुपये लेने के संगीन आरोप लगा दिए हैं जबकि भाजपा सरकार नौकरियों में निष्पक्षता और ईमानदारी से देने का दम भरती रही है.

जेजेपी विधायक ने तो टोहाना में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए विजिलेंस जांच तक की मांग कर दी है. बबली सरकार में सांझेदार पार्टी जेजेपी के विधायक हैं जबकि टोहाना से उनसे पहले भाजपा के विधायक एवं प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला विधायक रह चुके हैं. वहीं सुभाष बराला ने कहा कि किसी भी तरह की अनियमितता के मामले में न कोई पहले बचा है न ही आगे किसी को बख्शा जाएगा.

JJP विधायक देवेंद्र बबली ने टोहाना में पिछले 5 साल के विकास कार्यों की विजिलेंस जांच की मांग उठाई.

ये भी पढ़ें: चंडीगढ़ शहर में नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर लोग, तस्वीरें देखकर चौंक जाएंगे

बबली के अनुसार प्रदेश भर में पिछले 5 साल में हुए विकास कार्यों में धांधलियों के तहत करीब 500 शिकायतें उनके पास पहुंची हैं. टोहाना विधानसभा हल्के में अधिकारी अब तबादले करवाकर यहां-वहां भाग रहे हैं, उन्होंने इस पूरे मामले की विजिलेंस जांच की मांग की है.

बबली की तरफ से भ्रष्टाचार की शिकायतों के मिलने के दावे के दूसरी तरफ सवाल ये भी है कि पिछले 5 साल में अगर हल्के में जमकर भ्रष्टाचार हुआ तो 5 साल तक विधायक रहे सुभाष बराला को भ्रष्टाचार से संबंधित ऐसी शिकायतें लोगों की तरफ से क्यों नहीं दी गई. देवेंद्र बबली की तरफ से लगाए जा रहे आरोप पर सुभाष बराला ने कहा कि जो आरोप लगता है वो ही बता पाएगा कि किस प्रकार की उसकी मंशा से उनकी तरफ से बात की जा रही है. ये वही बता सकते हैं. हरियाणा में मौजूदा और पूर्व की मनोहर सरकार ईमानदारी और जवाबदेही के साथ सरकार चली थी.

बराला ने कहा कि मैं टोहाना के विधायक का स्वागत करता हूं कि हमारी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति की तरफ उनका ध्यान गया है. वे चुने हुए प्रतिनिधि हैं, अगर किसी को भी कहीं भी कोई गलत काम होता लगता है तो उसको रोकने के लिए आगे आना चाहिए, मैं इस बात का स्वगत करता हूं.

ये भी पढ़ें- नागरिकता संशोधन एक्ट पर साधु समाज की प्रतिक्रिया, कहा- राष्ट्र की सद्भावना के शत्रु न बनें

फिलहाल टोहाना में भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर जेजेपी विधायक ने एक नई बहस को हवा दे दी है. इस मुद्दे पर विपक्षी दल सरकार को कठघरे में खड़ा कर सकते हैं जबकि भाजपा के ही विधायक दूडा राम ने भी डेलीवेज नौकरियों में ही 20 से 30 हजार रुपये रिश्वत लिए जाने का आरोप लगा कर सरकार की निष्पक्ष नौकरियां देने के दावे पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. अब ये देखना होगा कि जेजेपी विधायक की विजिलेंस जांच पर सरकार का क्या कदम रहता है.

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भरस्टाचार समाप्त करने और भरस्टाचार पर जीरो टॉलरेन्स का दावा करने वाली भाजपा सरकार के लिए उनके ही विधायक मुश्किलें खड़ी कर रहे है । जजपा के विधायक दविन्द्र बबली ने जहां टोहाना में पिछले पांच साल में विकास में भरस्टाचार के बड़े आरोप लगाए है वही भाजपा के विधायक दुडा राम ने भी डेली वेज में दी जाने वाली नोकरियो में 20 से 30 हजार रुपये लेने के संगीन आरोप लगा दिए है । जबकि भाजपा सरकार नोकरियो में निष्पक्षता ओर ईमानदारी से देने का दम भरती रही है । जेजेपी विधायक ने तो टोहाना मे विकास के नाम पर भरस्टाचार के आरोप लगाते हुए विजलेंस जांच तल की मांग कर दी है । दविन्द्र बबली सरकार में सांझेदार पार्टी जेजेपी के विधायक है । जबकि टोहाना से उनसे पहले भाजपा के विधायक एवं प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला विधायक रह चुके है । सुभाष बराला ने कहा कि किसी भी तरह की अनियमितता के मामले में न कोई पहले बचा है न ही आगे किसी को बख्शा जाएगा । Body:एंकर -
हरियाणा की भाजपा सरकार प्रदेश भर में भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस का दावा करती रही है । इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी की तरफ से हरियाणा में भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से रोक लगाने का भी दावा समय-समय पर किया जाता रहा है , मगर भाजपा के पहले कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के मामले को उठाते हुए गठबंधन में सहयोगी पार्टी जेजेपी के विधायक दविंदर सिंह बबली ने टोहाना में पिछले 5 साल में हुए विकास कार्यों की विजिलेंस जांच की मांग कर डाली है । दविंदर बबली के अनुसार प्रदेश भर में पिछले 5 साल में हुए विकास कार्यों में धांधली ओं के तहत करीब 500 शिकायतें उनके पास पहुंची हैं । टोहाना विधानसभा हलके में अधिकारी अब तबादले करवाकर यहां-वहां भाग रहे हैं उन्होंने इस पूरे मामले की विजिलेंस जांच की मांग की है । दविंद्र बबली की तरफ से भ्रष्टाचार की शिकायतों के मिलने के दावे के दूसरी तरफ सवाल यह भी है कि पिछले 5 साल में अगर हल्के में जमकर भ्रष्टाचार हुआ तो 5 साल तक विधायक रहे सुभाष बराला को भ्रष्टाचार से संबंधित ऐसी शिकायतें लोगों की तरफ से क्यों नहीं दी गई । देवेंद्र बबली की तरफ से लगाए जा रहे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं या उनके बयानों में तथ्य है इस बार सुभाष बराला ने कहा कि जो आरोप लगता है वो ही बता पाएगा कि किस प्रकार की उसकी मंशा से उनकी तरफ से बात की जा रही है यह वही बता सकते हैं ।

जेजेपी के टोहाना से विधायक दविंदर बबली की तरफ से लगाये गए आरोपो पर सुभाष बराला ने कहा है कि हरियाणा में मौजूदा ओर पूर्व की मनोहर सरकार ईमानदारी और जवाब देहि के साथ सरकार चली थी ।
किसी तरह से किसी हरियाणा के कोने में किसी राजनेतिक कार्यकर्ता या सरकारी कर्मचारी या अधिकारी की तरफ से कोई गड़बड़ी की गई तो उसपर तुरन्त संज्ञान लिया गया , भविष्य में गड़बड़ी न हो इसे सुनिश्चित किया गया था । बराला ने कहा मैं टोहाना के विधायक का स्वागत करता हूँ कि वो हमारी सरकार की जीरो टॉलरेन्स की नीति की तरफ उनका ध्यान गया है , वो चुने हुए प्रतिनिधि है अगर किसी को भी कहीं भी कोई गलत काम होता लगता है तो उसको रोकने के लिए आगे आना चाहिए , मैं इस बात का स्वगत करता हूँ ।Conclusion:वीओ -
फिलहाल टोहाना में भरस्टाचार के आरोप लगाकर जेजेपी विधायक ने एक नई बहस को हवा दे दी है । इस मुद्दे पर विपक्षी दल सरकार को कटघरे में खड़ा कर सकते है जबकि भाजपा के ही विधायक दुडा राम ने भी डेलीवेज नोकरियो में ही 20 से 30 हजार रुपये लिए जाने का आरोप लगा कर सरकार की निष्पक्ष नोकरियाँ देने के दावे पर सवालिया निशान खड़े कर दिए है । देखना अब ये होगा कि जेजेपी विधायक की विजिलैंस जांच पर सरकार का क्या कदम रहता है ।
Last Updated : Dec 27, 2019, 11:55 PM IST
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