चंडीगढ़: हरियाणा में मानसून आने वाले चार पांच दिनों तक एक्टिव रहने की संभावना (hayrana weather update) है. इस दौरान कुछ इलाकों में हल्की और एक दो स्थानों पर बूंदाबादी होने की संभावना है. मौसम विभाग ने 21 सितंबर से हरियाणा में बारिश की गतिविधियों में हल्की बढ़त के आसार जताए हैं. मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना वेलमार्क लो प्रेशर एरिया आगामी 24 घंटों में उड़ीसा व उत्तरी छत्तीसगढ़ की तरफ पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ने की संभावना बन रही है.
मौसम विभाग के मुताबिक आज पाकिस्तान पर बना कमजोर पश्चिमी विक्षोभ 21 सितंबर की रात तक उत्तरी पर्वतीय इलाकों में प्रवेश कर जाएगा. जिसके बाद उत्तरी राजस्थान और पंजाब पर एक चक्रवातीय सरकुलेशन बनने जा रहा है. इस दौरान पूर्वी नमी वाली हवाओं का मिलन पछुआ पवनों से (India Weather Forecast ) होगा. इन मौसम प्रणालियों का प्रभाव हरियाणा पर भी पड़ेगा. इसकी वजह से आगामी चार-पांच दिन 21-26 सितंबर के दौरान हरियाणा में बारिश (Rain In Haryana) की संभावना जताई जा रही है. जिन जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है उनमें हरियाणा के उत्तरी पूर्वी जिलों और दक्षिणी जिले पंचकूला अंबाला यमुनानगर कुरुक्षेत्र करनाल कैथल जींद पानीपत सोनीपत फरीदाबाद गुड़गांव पलवल सोहना तावडू रेवाड़ी महेंद्रगढ़ झज्जर रोहतक चरखी दादरी शामिल हैं. यहां हल्की पर मध्यम बारिश की गतिविधियों की संभावना बन रही है.
एचएयू के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में मानसून (Monsoon In Haryana) इस बार सितंबर महीने के अंतिम दौर में विदाई लेगा. इस दौरान हरियाणा में कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं. उन्होंने बताया कि हरियाणा में अधिकतर स्थानों पर बंगाल की खाड़ी पर बनीं मौसम प्रणाली की वजह से एक बार फिर से दक्षिणी पूर्वी नमी वाली हवाओं का रूख हरियाणा की तरफ हो गया है. राज्य में मंगलवार को कुछ जगहों पर हुई हल्की बारिश की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.