चंडीगढ़: प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि राज्य में विदेशी कंपनियों को लाने की भरसक कोशिश की जा रही है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मशहूर मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी एप्पल का चीन के साथ करार खत्म हो रहा है.
अगर ये भारत में आता है तो बड़ी उपलब्धि होगी. उन्होंने कहा कि उद्योग मंत्री होने के नाते वे चाहेंगे कि हरियाणा में एप्पल कंपनी के साथ मिलकर काम करें. यहां भी औद्योगिक विकास को रफ्तार मिले. उन्होंने कहा कि जो उद्योग दूसरे देशों को छोड़कर भारत आना चाहते हैं, उन्हें अपने यहां स्थापित करवाने का हरियाणा भरपूर प्रयास करेगा. उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जो उद्योग दूसरे देशों से अपना अपना कामकाज खत्म कर भारत में आना चाहते हैं. उनको प्राथमिकता के साथ हरियाणा में लाने का प्रयास किया जाएगा.
इससे पहले उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मध्यप्रदेश के बाद अब राजस्थान में भी जिस तरह कांग्रेस में बगावत दिख रही है. लगता है हरियाणा में भी टिड्डी दल की तरह इसका असर देर से दिखेगा.
सोमवार को चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में दुष्यंत चौटाला ने महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के बयान का हवाला देकर कहा कि अब कांग्रेसी भी यह मानते हैं कि अगर ऐसे ही बगावत चलती रही तो कांग्रेस में नेता नहीं बचेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदरूनी असंतोष का असर हरियाणा में हुआ तो यहां भी कई कांग्रेसी भागते हुए नजर आएंगे. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अगर किसी प्रदेश की जनता किसी युवा नेता के समर्थन में आगे आती है और उसे अपना कर वह उसके विचारों से जुड़कर विकास का रास्ता चुनती है तो इस पर सभी दलों को ध्यान देना पड़ेगा.
रविवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बनने के बाद से पिछले 8 महीने में राज्य में हुई प्रगति के बारे में उनसे चर्चा हुई और साथ ही राज्य में कोरोना के संदर्भ में राज्य और केंद्र के समन्वय पर भी बातचीत हुई.
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