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चंडीगढ़: हॉकी लेजेंड बलबीर सिंह का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता महान हॉकी खिलाड़ी 95 वर्षीय बलबीर सिंह सीनियर का अंतिम संस्कार चंडीगढ़ सेक्टर-25 के शमशान घाट में किया गया.

balbir singh sr passes away at the age of 95
पद्मश्री बलबीर सिंह सीनियर
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Published : May 25, 2020, 11:34 AM IST

Updated : May 25, 2020, 6:05 PM IST

चंडीगढ़: हॉकी के महान खिलाड़ी और गोल मशीन के नाम से जाने जाने वाले पद्मश्री बलबीर सिंह सीनियर का सोमवार सुबह निधन हो गया. बलबीर सिंह सीनियर 95 साल के थे. सांस लेने में दिक्कत होने की शिकायत के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया थे. पिछले करीब 15 दिनों से अस्पताल में उपचाराधीन थे. जहां सोमवार सुबह करीब 6 बजकर 17 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ चंडीगढ़ सेक्टर-25 के शमशान घाट में किया गया.

बलबीर सिंह सीनियर चंडीगढ़ सेक्टर-36 के कोठी नंबर 1067 में अपनी बेटी के साथ रहते थे. बलबीर सिंह सीनियर को सांस लेने में तकलीफ के चलते मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. जहां उनका सोमवार को निधन हो गया. हॉकी के लिए अपने अहम योगदान के लिए हमेशा उन्हें याद रखा जाएगा.

राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, देखें वीडियो

कौन थे बलबीर सिंह?

आपको बता दें कि बलबीर सिंह सीनियर दुनियाभर में गोल मशीन के नाम से मशहूर थे. भारत ने हॉकी में ओलंपिक लंदन (1948), हेल्सिंकी (1952) और मेलबोर्न (1956) में गोल्ड मेडल जीता था, खास बात यह है कि इन तीनों टीमों में बलबीर सिंह सीनियर मेडल विजेता टीम के हिस्सा थे.

साल 1948 के लंदन ओलंपिक में अर्जेंटिना के खिलाफ उन्होंने 6 गोल दागे थे, इस मैच में भारत 9-1 से जीता था. इसी ओलंपिक के फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को 4-0 से हराया था, इस मैच में उन्होंने पहले 15 मिनट में दो गोल किए थे. गौरतलब है कि बलबीर सिंह सीनियर के 3 बेटे और एक बेटी है. उनकी बेटी उनके साथ रहती है. उनके तीनों बेटे विदेश में रहते हैं.

ये भी पढ़ें- हरियाणा सरकार ने प्रॉपर्टी टैक्स पर ब्याज माफ किया

चंडीगढ़: हॉकी के महान खिलाड़ी और गोल मशीन के नाम से जाने जाने वाले पद्मश्री बलबीर सिंह सीनियर का सोमवार सुबह निधन हो गया. बलबीर सिंह सीनियर 95 साल के थे. सांस लेने में दिक्कत होने की शिकायत के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया थे. पिछले करीब 15 दिनों से अस्पताल में उपचाराधीन थे. जहां सोमवार सुबह करीब 6 बजकर 17 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ चंडीगढ़ सेक्टर-25 के शमशान घाट में किया गया.

बलबीर सिंह सीनियर चंडीगढ़ सेक्टर-36 के कोठी नंबर 1067 में अपनी बेटी के साथ रहते थे. बलबीर सिंह सीनियर को सांस लेने में तकलीफ के चलते मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. जहां उनका सोमवार को निधन हो गया. हॉकी के लिए अपने अहम योगदान के लिए हमेशा उन्हें याद रखा जाएगा.

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कौन थे बलबीर सिंह?

आपको बता दें कि बलबीर सिंह सीनियर दुनियाभर में गोल मशीन के नाम से मशहूर थे. भारत ने हॉकी में ओलंपिक लंदन (1948), हेल्सिंकी (1952) और मेलबोर्न (1956) में गोल्ड मेडल जीता था, खास बात यह है कि इन तीनों टीमों में बलबीर सिंह सीनियर मेडल विजेता टीम के हिस्सा थे.

साल 1948 के लंदन ओलंपिक में अर्जेंटिना के खिलाफ उन्होंने 6 गोल दागे थे, इस मैच में भारत 9-1 से जीता था. इसी ओलंपिक के फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को 4-0 से हराया था, इस मैच में उन्होंने पहले 15 मिनट में दो गोल किए थे. गौरतलब है कि बलबीर सिंह सीनियर के 3 बेटे और एक बेटी है. उनकी बेटी उनके साथ रहती है. उनके तीनों बेटे विदेश में रहते हैं.

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Last Updated : May 25, 2020, 6:05 PM IST
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