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राम रहीम की जान को खतरा संबंधी याचिका पर सुनवाई, HC ने जेल प्रशासन से मांगी रिपोर्ट

राम रहीम की जान को खतरे संबंधी याचिका पर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान हाई कोर्ट ने जेल प्रशासन से रिपोर्ट मांगी.

राम रहीम
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Published : Oct 31, 2019, 8:31 AM IST

चंडीगढ़: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को जेल में जान का खतरा होने के दावे के साथ दायर की गई याचिका पर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. डेरा सच्चा सौदा के अस्पताल के डॉक्टर मोहित गुप्ता ने याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि सुनारिया जेल में राम रहीम की जान को खतरा है.

एक हफ्ते में जवाब दाखिल करने के निर्देश
जस्टिस अमोल रतन सिंह की कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए सुनारिया जेल के सुपरिटेंडेंट को एक हफ्ते में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं. कोर्ट ने पूछा है कि सुनारिया जेल में पिछले 1 साल में कितनी बार गैंग वार हुई, 1 साल में कितने मोबाइल और हथियार मिले हैं. क्या किसी हमले में किसी की मौत भी हुई है? इसकी सारी जानकारी सुपरिटेंडेंट को एफीडेविट दाखिल करके बतानी होगी. मामले की अगली सुनवाई 6 नवंबर को होगी.

जानें याचिकाकर्ता के वकील ने क्या कहा

राम रहीम को दाखिल करना होगा एफिडेविट
राम रहीम के वकील डॉक्टर एपी सिंह ने बताया कि हाई कोर्ट ने राम रहीम की मेडिकल रिपोर्ट भी कोर्ट में दाखिल करने के निर्देश दिए हैं साथ ही राम रहीम से भी इस मामले में एफिडेविट दाखिल करने के लिए कहा है. एपी सिंह ने बताया कि जिस तरह राम रहीम के करीबी महिंदर पाल बिट्टू को नाभा की हाई सिक्योरिटी जेल में मरवा दिया गया था.

उसी तरह जेल में राम रहीम की भी जान को खतरा है. उन्हें मरवाने के लिए साजिशें रची जा रही है. याचिकाकर्ता के मुताबिक राम रहीम पर जेल में तीन बार हो चुका है हमला. गौरतलब है महिंदर पाल बिट्टू पंजाब में श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में मुख्य आरोपियों में से एक थे जिनकी जून 2019 में जेल के अंदर हत्या कर दी गई थी.

ये भी पढ़ें: सरकार गठन के बाद पहला प्रशासनिक फेरबदल, 3 IAS और 2 HCS अधिकारियों का तबादला

चंडीगढ़: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को जेल में जान का खतरा होने के दावे के साथ दायर की गई याचिका पर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. डेरा सच्चा सौदा के अस्पताल के डॉक्टर मोहित गुप्ता ने याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि सुनारिया जेल में राम रहीम की जान को खतरा है.

एक हफ्ते में जवाब दाखिल करने के निर्देश
जस्टिस अमोल रतन सिंह की कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए सुनारिया जेल के सुपरिटेंडेंट को एक हफ्ते में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं. कोर्ट ने पूछा है कि सुनारिया जेल में पिछले 1 साल में कितनी बार गैंग वार हुई, 1 साल में कितने मोबाइल और हथियार मिले हैं. क्या किसी हमले में किसी की मौत भी हुई है? इसकी सारी जानकारी सुपरिटेंडेंट को एफीडेविट दाखिल करके बतानी होगी. मामले की अगली सुनवाई 6 नवंबर को होगी.

जानें याचिकाकर्ता के वकील ने क्या कहा

राम रहीम को दाखिल करना होगा एफिडेविट
राम रहीम के वकील डॉक्टर एपी सिंह ने बताया कि हाई कोर्ट ने राम रहीम की मेडिकल रिपोर्ट भी कोर्ट में दाखिल करने के निर्देश दिए हैं साथ ही राम रहीम से भी इस मामले में एफिडेविट दाखिल करने के लिए कहा है. एपी सिंह ने बताया कि जिस तरह राम रहीम के करीबी महिंदर पाल बिट्टू को नाभा की हाई सिक्योरिटी जेल में मरवा दिया गया था.

उसी तरह जेल में राम रहीम की भी जान को खतरा है. उन्हें मरवाने के लिए साजिशें रची जा रही है. याचिकाकर्ता के मुताबिक राम रहीम पर जेल में तीन बार हो चुका है हमला. गौरतलब है महिंदर पाल बिट्टू पंजाब में श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में मुख्य आरोपियों में से एक थे जिनकी जून 2019 में जेल के अंदर हत्या कर दी गई थी.

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Intro:एंकर -
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को जेल में जान का खतरा होने के दावे के साथ दायर की गई याचिका पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई । हाईकोर्ट में डेरा समर्थक डॉक्टर मोहित गुप्ता की तरफ से दायर याचिका में हाई कोर्ट में सुनवाई करते हुए सुनारिया जेल के सुप्रिडेंट को 1 हफ्ते में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं । कोर्ट ने पूछा है कि सुनारिया जेल में पिछले 1 साल में कितनी बार गैंगवार हुई 1 साल में कितने मोबाइल और चाकू मिले हैं क्या किसी हमले में किसी की मौत भी हुई है ! कोर्ट ने वही राम रहीम की मेडिकल रिपोर्ट भी कोर्ट में दाखिल करने के साथ ही राम रहीम से भी इस मामले में एफिडेविट दायर करने के लिए कहा है । वह इस दौरान कोर्ट में एक अन्य पक्ष ने भी डेरे के तरफ से कोर्ट में के समक्ष दलील रखी कि राम रहीम को जेल में किसी तरह का कोई खतरा नहीं है इस पर याचिकाकर्ता पक्ष के वकील ने कोर्ट से इस पर संज्ञान लेने की मांग की ।


Body:वीओ -
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में रामरहीम की जेल में सुरक्षा को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई हुई । याचिका में डेरा समर्थक डॉक्टर मोहित गुप्ता ने जेल में राम रहीम को जान का खतरा होने के ग्राउंड पर याचिका दायर की थी । याचिका में दावा किया गया था कि राम रहीम को जेल में जान का खतरा है और उन्हें शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है । वही सुनारिया जेल में पिछले 1 साल में हुए हैं अलग-अलग हिंसक मामलों का भी हवाला दिया गया था । कोर्ट में हुई सुनवाई की जानकारी देते हुए याचिका करता वकील डॉक्टर एपी सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट ने आज सुनारिया जेल में पिछले 1 साल में हुए गैंग वॉर साथ ही 1 साल में हुए मोबाइल और हथियारों की बरामदगी समेत , सुरक्षा समेत जेल के सुप्रिडेंट को 1 हफ्ते में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं । वहीं कोर्ट ने राम रहीम की मेडिकल रिपोर्ट भी कोर्ट में दाखिल करने के निर्देश दिए हैं साथ ही राम रहीम से भी इस मामले में एफिडेविट दाखिल करने के लिए कहा है ।
बाइट - डॉ एपी सिंह , याचिकाकर्ता पक्ष के वकील


Conclusion:वीओ -
गौरतलब है कि याचिकाकर्ता पक्ष की तरफ से सुनारिया जेल में राम रहीम को जान का खतरा होने का की दलील रखी गई थी याचिकाकर्ता पक्ष की तरफ से कहा गया था कि सुनारिया जेल में पिछले 1 साल से गैंगवार और मोबाइल समेत हथियार मिलने की घटनाएं हो रही हैं उससे डेरा प्रमुख की जान को भी खतरा हो सकता है कुछ महीने पहले पंजाब की मौका जेल में देर समर्थक की हत्या कर दी गई थी इसके समेत अनेक उदाहरण देते हुए राम रहीम की सुरक्षा की मांग की गई थी । मामले की अगली सुनवाई 6 नवम्बर को होगी ।
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