चंडीगढ़: हरियाणा में मानसून पहुंच चुका है. बंगाल की खाड़ी की तरफ से मानसूनी हवाएं चलने से हरियाणा में बारिश का दौर चल रहा है. हरियाणा के उत्तरी और दक्षिण क्षेत्रों में ज्यादातर स्थानों पर और पश्चिमी हरियाणा में कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश (Rain Forecast in Haryana) दर्ज की गई. बारिश के बाद जहां एक तरफ प्रदेश में तापमान में गिरावट दर्ज की गई वहीं गर्मी और उमस से भी लोगों को राहत भी मिली है.
चंडीगढ़ मौसम विभाग (Chandigarh Meteorological Department) के मुताबिक हरियाणा में अब मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है. जुलाई महीने में पूरे प्रदेश में बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने 12 और 13 जुलाई को इस दौरान उतरी क्षेत्र यानी अंबाला, यमुनानगर, पंचकूला, कुरुक्षेत्र में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. हलांकि दक्षिण हरियाणा के जिलों यानी महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल में कहीं कहीं हल्की बारिश हो सकती है. वहीं पश्चिमी हरियाणा के जिलों यानि पानीपत, सोनीपत, करनाल में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी होने की भविष्यवाणी मौसम विभाग ने की है.
इस मौसम में धान की रोपाई करने वाले किसानों के लिए ये बारिश बेहद फायदेमंद है. अच्छी बारिश से धान की पैदावार भी अच्छी होगी. जून महीने में हरियाणा के कई जिलों में तापमान सामान्य से 4-5 डिग्री ऊपर दर्ज किया गया. दक्षिण हरियाणा के ज्यादातर जिलों में पारा 45 डिग्री से ऊपर बना रहा. अब जैसे-जैसे जुलाई और सावन का महीना करीब आ रहा है मानसून की आहट सुनाई देने लगी है. हरियाणा में जल्द ही एक बार फिर मौसम करवट लेने जा रहा है. चंडीगढ़ मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अगले 3-4 दिन प्रदेश के ज्यादातर जिलों में तेज बारिश (Rain Forecast in Haryana) हो सकती है.