चंडीगढ़: हरियाणा में कोरोना वायरस की आड़ में श्रम कानूनों का उल्लंघन हो रहा है, कंपनियां मुनाफा कमाती रही और अब महामारी की आड़ में हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं. ये कहना है फरीदाबाद एनआईटी से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा का. विधायक नीरज शर्मा ने अपने साथी कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल, शकुंतला खटक, सुरेंद्र पंवार, वरूण चौधरी और अमित सिहाग के साथ विधानसभा परिसर में प्राइवेट कंपनियों का विरोध किया.
फरीदाबाद में कर्मचारियों की छंटनी का किया विरोध
कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने इस मौके पर कहा कि फरीदाबाद में बड़ी तादाद में कर्मचारियों की छंटनी हो रही है जो कि बहुत ही अनुचित कार्य है. उन्होंने कहा कि जेसीबी जैसी कंपनी जो लगातार मुनाफा कमाती रही है वो अब श्रम कानूनों का उल्लंघन कर रही है. नियम है कि 300 से ज्यादा कर्मचारी वाली कंपनी को कर्मचारियों के हटाने से पहले सरकार से अनुमति लेनी चाहिए, लेकिन जेसीबी ने उन कर्मचारियों को हटाने की बजाय 350 कर्मचारियों से इस्तीफा ही ले लिया है जिस की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि जेसीबी कंपनी के साथ लगभग 3000 छोटी-बड़ी कंपनियां जुड़ी हैं. जेसीबी के फरीदाबाद से पलायन के बाद इन कंपनियों पर भी संकट के बादल मंडराने लग जाएंगे. शर्मा ने कहा कि फरीदाबाद में छोटी-बड़ी लगभग 18,000 कंपनियां हैं जिनमें छह से सात लाख कर्मचारी काम करते हैं. कोरोना काल में इन सभी लोगों के समक्ष रोजी-रोटी का एक बड़ा संकट पैदा हो गया है. शर्मा ने कहा कि सरकारी विभागों में भी छंटनी का दौर चल रहा है, तो ऐसे में सरकार इन कंपनियों पर छंटनी ना करने का दबाव कैसे कायम कर सकती है, ये भी एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.
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वीनस कंपनी के मामले को उठाते हुए शर्मा ने कहा कि 62 कर्मचारियों की छंटनी कर दी गई है. जिसमें से 23 कर्मचारी ऐसे हैं जो पिछले कुछ सालों में इस कंपनी में काम करते हुए अपने हाथ, उंगलियां, अंगूठे आदि गंवा बैठे हैं, लेकिन कंपनी ने महामारी के इस दौर में इन कर्मचारियों से भी उनकी रोजी-रोटी छीन ली है. शर्मा ने कहा कि आपदा के समय में भी इन कर्मचारियों के प्रति कंपनी प्रबंधन ने मानवीय संवेदनाएं नहीं रखी.
पीएम मोदी के नारे का दिया हवाला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे 'लोकल के लिए वोकल' का जिक्र करते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि किसानों की जमीन अधिग्रहण की जा रही है, लेकिन उनकी जमीनों पर लगने वाली फैक्ट्रियों में उन्हीं के बच्चों को रोजगार नहीं दिया जा रहा. झाड़सेंतली गांव के किसानों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि गांव की सैकड़ों एकड़ जमीन पर लगी जेसीबी कंपनी ने गांव के एक भी बच्चे को चपरासी तक की नौकरी भी नहीं दी.
शर्मा ने कहा कि फरीदाबाद के सांसद और केंद्र में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर खुद विकलांगों के महकमे को डील करते हैं. इसके बावजूद वीनस कंपनी में काम करते हुए हाथ कटा बैठे 23 कर्मचारियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही. कांग्रेस विधायकों ने मांग की है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस मामले में दखल दें और वीनस व जेसीबी जैसी कंपनियों के कर्मचारियों की छंटनी की उच्च स्तरीय जांच करवाएं.
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