नई दिल्ली/चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन सदन पहुंचा. जहां उन्होंने चुनाव आयोग से मुलाकात की. हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा, प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष और सीएलपी लीडर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ अभिषेक मनु सिंधवी और विवेक तंखा इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे. ये प्रतिनिधिमंडल हरियाणा सरकार की शिकायत को लेकर चुनाव आयोग पहुंचा था.
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चुनाव आयोग के सामने कांग्रेस नेताओं ने रखी ये बातें
- 'चुनावों को प्रभावित करने के लिए मुख्यमंत्री कर रहे हैं लुभावनी घोषणाएं'
- 'हरियाणा सरकार चुनाव से पहले लगातार नौकरियों का रिजल्ट निकाल रही है, जो सरासर गलत है'
- 'ऐसे रिजल्ट निकलवाना युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है'
- 'जींद उपचुनाव से पहले भी हरियाणा सरकार ने ग्रुप डी की भर्तियों का रिजल्ट निकाला था जो एक तरीके से दुरुपयोग था'
- 'कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि सीएम के घोषणाओं पर लगे रोक'
- 'जिस तरीके से नौकरियों के रिजल्ट निकाले जा रहे हैं उन पर रोक लगाई जाए'
मनोहर सरकार ने लिए कई अहम फैसले
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव हरियाणा की दहलीज पर खड़ा है और ऐसे में मनोहर सरकार ने कई अहम और बड़े फैसले लिए हैं. मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने दलितों को साधने के लिए राज्य के सफाई कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने का फैसला किया है. इसके अलावा पाल गड़रिया समुदाय को पिछड़ा वर्ग से निकाल कर अनुसूचित जाति (SC) में शामिल कर बड़ा दांव चला है. ये दोनों मांगें काफी लंबे समय से हरियाणा में उठ रही थीं. माना जा रहा है हरियाणा सरकार के ऐसे ही कई फैसलों को को लेकर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मुलाकात की है.
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