चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के लिये अलग सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन (Formation of Sikh Gurdwara Management Committee) के किए जाने पर सिख समुदाय के लोगों को शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय के बाद अब हरियाणा के सभी 52 गुरुद्वारा साहिब हरियाणा प्रबंधक कमेटी की देखरेख में समाज सेवा का कार्य करेंगे. इसके साथ ही पंचकूला स्थित ऐतिहासिक नाडा साहिब गुरुद्वारा में गुरु साहिब का आशीर्वाद लेने के बाद हरियाणा सीएम ने किसानों के ज्वलंत मुद्दे पर भी पत्रकारों से बातचीत की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के लिये अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का मामला पिछले काफी लंबे समय से सुप्रीम कोर्ट में लंबित था. लगभग 8 साल बाद अब सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पक्ष में फैसला सुनाया है, जिससे प्रदेश के सभी 52 गुरुद्वारा साहिब इस कमेटी की देखरेख में चलेंगे और समाज की सेवा के काम सुचारू ढंग से चलाये जा सकेंगे. उन्होंने हरियाणा के सिख समुदाय से अपील करते हुये कहा कि वे सब अंतर्विरोध खत्म कर मिलजुलकर समाज सेवा का कार्य करें. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश में सभी गुरुद्वारों की एक टीम बनाई जाएगी, जिसके मुताबिक गुरुद्वारे एक व्यवस्थित रूप से कार्य करेंगे.
बारिश की वजह से फसलों को हुए नुकसान के लिए विशेष गिरदावरी करवाई जाएगी. मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सहित पूरे उत्तर भारत में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है, जिसकी वजह से प्रदेश में धान की फसल को नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि बारिश रुकते ही फसलों की विशेष गिरदावरी करवाई जायेगी और नीति अनुसार किसानों को मुआवजा दिया जायेगा. सीएम मनोहर ने कहा कि बारिश की वजह से धान में नमी की मात्रा बढ़ने के कारण केंद्र सरकार की ओर से एक अक्तूबर से धान की खरीद का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि नमी की वजह से चावल के काला होने और ब्रोकन राइस की समस्या आती है. इसके अलावा 20 प्रतिशत से अधिक टूटे चावल का निर्यात भी नहीं किया जा सकता. इसलिये सभी को एक अक्तूबर से हो रही धान की खरीद में सहयोग करना चाहिये.
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों के साथ है. प्रदेश में किसानों के एक-एक दाने की खरीद की जायेगी और इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जायेगी. उन्होंने कहा कि जो धान मंडियों में पहुंच चुका है, उसके लिए हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड (Haryana State Agricultural Marketing Board) के अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि बारिश खत्म होने तक मंडियों में धान को सुरक्षित स्थानों पर शेड के नीचे रखें जिससे फसल को नुकसान न हो.
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