चंडीगढ़: इन दिनों हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. कांग्रेस के विधायक आगामी 10 मार्च को सदन में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहे हैं. इसी को देखते हुए बीजेपी ने भी पूरी तैयारी कर ली है. लिहाजा बीजेपी ने अपने तमाम विधायकों को 10 मार्च के लिए व्हिप जारी कर दिया है.
कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव को देखते हुए हरियाणा बीजेपी ने बड़ा फैसला लिया है. भाजपा ने अपने विधायकों को 10 मार्च के लिए व्हिप जारी कर दिया है. व्हिप जारी होने के बाद अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पार्टी के विधायक पार्टी के खिलाफ वोटिंग नहीं कर सकेंगे.
व्हिप के बाद सभी विधायकों को हर हाल में 10 मार्च को सदन में मौजूद रहना होगा. व्हिप के बाद पार्टी लाइन से हटकर कोई विधायक अगर वोटिंग करता है या गैर मौजूद रहता है तो उसकी सदस्यता निरस्त हो सकती है. बीजेपी के सभी विधायकों को व्हिप के बारे में जानकारी भी भेजी गई है.
पार्टी के चीफ व्हिप और संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने अपने सभी विधायकों को इस बारे में जानकारी भेज दी है. लिहाजा अब जल्द ही बीजेपी की गठबंधन सहयोगी जेजेपी भी अपने सभी 10 विधायकों को व्हिप जारी कर सकती है.
ये भी पढ़ें- सरकार का बड़ा फैसला: राशन की होगी होम डिलीवरी, 33 फीसदी डिपो मिलेंगे महिलाओं को
विधानसभा में सरकार का गणित
90 विधानसभा सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में बहुमत के लिए 46 विधायकों को होना जरूरी है. इस वक्त प्रदेश में 88 विधायक ही सक्रिय हैं. सिरसा की ऐलनाबाद सीट से इनेलो नेता अभय चौटाला के इस्तीफे के बाद ये सीट खाली है तो वहीं पंचकूला की कालका विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अयोग्य करार दिए गए. जिसके बाद कालका सीट भी खाली है.
ऐसे में 88 विधायकों में से अभी बीजेपी के पास 40 और सहयोगी दल जेजेपी के पास 10 विधायक हैं. इसके अलावा सरकार को 5 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल है. इन सभी को जोड़कर सरकार के पास कुल 55 विधायक हैं. जिसे देखकर कहा जा सकता है कि अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सरकार को कोई क्षति नहीं पहुंचने वाली.
किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस लाएगी अविश्वास प्रस्ताव
हरियाणा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस किसान आंदोलन को लेकर सरकार के खिलाफ आगामी 10 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है. नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि इस अविश्वास प्रस्ताव से ये साफ हो जाएगा कि कौन सा विधायक किसान आंदोलन के समर्थन में है और कौन आंदोलन के विरोध में.
ये भी पढ़ें- किसानों के मुद्दे को सुलझाकर उन्हें घर भेजने का काम करे केंद्र और हरियाणा सरकार- देवेंद्र बबली