चंडीगढ़: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक कुलदीप शर्मा ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत के दौरान बरोदा उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को खुली चुनौती दी. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस में चल रही आपसी कलह, पार्टी का एकजुट होकर ना काम करना, जींद उपचुनाव में कांग्रेस की हार समेत कई मुद्दों पर चर्चा की. जिसमें उन्होंने कांग्रेस की बार-बार हो रही हार पर भी खुलकर अपने विचार रखे.
'बरोदा में भाजपा को मुंह की खानी पड़ेगी'
इस दौरान उन्होंने सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि बरोदा में किए गए विकास कार्यों के दम पर सीएम चुनाव लड़कर दिखाएं. मौजूदा सरकार की ओर जनता के रुख को बताते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार के खिलाफ बरोदा उपचुनाव में जनादेश निकलेगा और इस सरकार को मुंह की खानी पड़ेगी.
उन्होंने चौधरी चरण सिंह की बात को दोहराते हुए कहा कि बीजेपी व्यापारियों और उद्योगपतियों की पार्टी है, किसानों की नहीं. आज के समय का सबसे बड़ा ज्वलंत मुद्दा किसान और किसानी से जुड़ा है और प्रदेश का किसान अच्छे से समझ चुका है कि इस सरकार की नीतियां किसान की भलाई के लिए नहीं है. बरोदा क्षेत्र पूरी तरह से ग्रामीण क्षेत्र है.
सीएम को बरोदा उपचुनाव लड़ने खुली की चुनौती
मुख्यमंत्री से सवाल पूछते हुए कुलदीप शर्मा ने कहा कि क्या उन्होंने बरोदा देखा भी है? कभी बरोदा गए भी हैं और ये भी कि अगर उन्होंने इतना विकास कार्य कर दिया है, जितना 50 साल में भी नहीं हुआ तो खुद ही ये उपचुनाव क्यों नहीं लड़ते?
'जींद उपचुनाव में हार कांग्रेस की स्ट्रेटेजिक फेलियर'
कुलदीप शर्मा ने अपनी पार्टी कांग्रेस को लेकर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं और कांग्रेस में कमी है. मैं इस बात को स्वीकार करता हूं. उन्होंने ये भी कहा कि जींद उपचुनाव में कांग्रेस की स्ट्रेटेजी का फेलियर था और लोकसभा चुनाव में भाजपा की जो सीटें आई वो सब नरेंद्र मोदी के नाम पर आई हैं. हरियाणा की जनता कांग्रेस की सरकार बनाना चाहती थी, लेकिन ये कांग्रेस का अंदरूनी फेलियर था. जिस वजह से कांग्रेस की सरकार नहीं बनी.
बरोदा उपचुनाव में भाजपा द्वारा जीतने के दावे पर उन्होंने कहा कि बरोदा में जो भी विकास हुआ है, वो चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में हुआ. जो गलतियां पहले हुई हैं. उन्हें निश्चित तौर पर दोहराया नहीं जाएगा. जो पार्टी अपनी गलतियों से नहीं सीखती और उन्हें फिर से दोहराती है, उसे नुकसान झेलना पड़ता है. उन्होंने कहा जो गलतियां पहले हुई थी, उनमें सुधार किया गया है. कांग्रेस संगठित है और भाजपा चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की लोकप्रियता से घबराई हुई है.
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उन्होंने कहा कि भाजपा ने हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल को बरोदा का संयोजक बनाया है, जिन्होंने पहले ही अपनी हार कबूल ली है. यकीनन कांग्रेस ही बरोदा का उप चुनाव जीतेगी. जिससे हरियाणा की राजनीति में एक नया मोड़ आएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की उल्टी गिनती बरोदा उपचुनाव से शुरू होने वाली है. हरियाणा में सरकार नाम की चीज ही नहीं है. मुख्यमंत्री कुछ कहते हैं और उनके मंत्री कुछ और.