चंडीगढ़: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मंगलवार को राजभवन में हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने उनके साथ कई विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की. दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल को अवगत कराते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते विश्वविद्यालयों में कृषि और पशुपालन पर हो रहे शोध कार्यों पर विपरीत असर पड़ा है.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद विश्वविद्यालयों में खासकर स्नातकोत्तर और पीएचडी करने वाले शोध के छात्रों के लिए प्रयोगशालाएं खुलवाना जरूरी है, ताकि उनकी अब तक की रिसर्च व्यर्थ ना जाए. वहीं राज्यपाल से मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के चलते आज तमाम विश्वविद्यालय बंद हैं और इसके चलते सभी रिसर्च कार्य बाधित हो रहे हैं.
-
आज हरियाणा राजभवन में माननीय राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य जी से मुलाकात की और कोविड-19 के कारण यूनिवर्सिटीज बंद होने से रिसर्च कार्यक्रमों पर पड़ रहे प्रभाव एवं शोधार्थियों को हो रही परेशानियों से माननीय राज्यपाल को अवगत कराया। pic.twitter.com/eHvTLoXT9E
— Dushyant Chautala (@Dchautala) June 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">आज हरियाणा राजभवन में माननीय राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य जी से मुलाकात की और कोविड-19 के कारण यूनिवर्सिटीज बंद होने से रिसर्च कार्यक्रमों पर पड़ रहे प्रभाव एवं शोधार्थियों को हो रही परेशानियों से माननीय राज्यपाल को अवगत कराया। pic.twitter.com/eHvTLoXT9E
— Dushyant Chautala (@Dchautala) June 9, 2020आज हरियाणा राजभवन में माननीय राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य जी से मुलाकात की और कोविड-19 के कारण यूनिवर्सिटीज बंद होने से रिसर्च कार्यक्रमों पर पड़ रहे प्रभाव एवं शोधार्थियों को हो रही परेशानियों से माननीय राज्यपाल को अवगत कराया। pic.twitter.com/eHvTLoXT9E
— Dushyant Chautala (@Dchautala) June 9, 2020
उन्होंने बताया कि इस विषय पर पिछले दिनों छात्र इकाई इनसो की एक बैठक बुलाकर छात्रों के साथ चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति राज्यपाल हैं, इसलिए विश्वविद्यालयों में बाधित हुए शोध कार्यों और उनके कृषि और पशुपालन क्षेत्र में पड़े प्रभावों को राज्यपाल के संज्ञान में लाया गया.
ये भी पढ़िए: फरीदाबाद में पिछले 24 घंटों में मिले 80 कोरोना संक्रमित मरीज, कुल संख्या हुई 940
उन्होंने कहा कि खासकर स्नातकोत्तर और पीएचडी करने वाले शोध के छात्रों को विश्वविद्यालयों में वापस लाना जरूरी है. क्योंकि बाधित शोध के कारण शोधकर्ताओं की सालों की मेहनत बेकार जा सकती है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस विषय पर उनकी हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर से भी चर्चा हुई है. इसकी जानकारी उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर की.