चंडीगढ़: प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों को लेकर हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, सरकारी स्कूलों में हर छात्र तक डुअल डेस्क (dual desk in haryana school) पहुंचाने और इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने की दिशा में करनाल और यमुनानगर में पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद अब दूसरे चरण में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुद सभी जिलों से कुल 52 ब्लॉकों का चयन किया है, जिनमें डुअल डेस्क और निर्माण कार्य किये जायेंगे.
डुअल डेस्क और इंफ्रास्ट्रक्चर योजना (Dual desk and infrastructure plan) के बारे में जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी नंदकिशोर वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल और शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर की घोषणा पर कार्य करते हुए विभाग प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में हर छात्र तक डुअल डेस्क पहुंचाया जाएगा और हर स्कूल में आवश्यकतानुसार निर्माण कार्य और दूसरी जरूरी सुविधाएं भी दी जाएंगी.
उन्होंने बताया कि इस योजना पर कार्य करने के लिए निदेशक सेकेंडरी शिक्षा विभाग अंशज सिंह जिला स्तर के अधिकारियों के साथ लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर बैठक कर रहे हैं. अंशज सिंह ने मुख्यालय के अधिकारियों को भी स्कूलों में जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं. गौरतलब है कि प्रदेश में पहली बार स्कूलों में डुअल डेस्क और इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने के लिए स्कूल प्रबंधन समिति को 25 लाख रुपये तक खर्च करने के अधिकार (Dual Desk in Haryana school) दिए गए हैं.
इन कार्यों को कराने और बिलों के भुगतान के लिए स्कूल प्रबंधन समिति को मुख्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. फिलहाल सरकार और विभाग की कोशिश है कि मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री की घोषणा के मुताबिक जल्द से जल्द हर छात्र तक dual desk डेस्क पहुंचे और हर स्कूल में अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर हो. ताकि बच्चे एक अच्छे वातावरण में पढ़ाई कर सकें.