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अंबाला में साइबर ठगी, 1930 हेल्पलाइन नंबर की मदद से बचे 9.80 लाख रुपये - chandigarh latest news in hindi

Cyber fraud in ambala, हरियाणा में लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर 1930 चलाया गया है. जो बेहद कारगर साबित हो रहा है. अगर समय रहते इस नंबर पर शिकायत कर दी जाए तो आपके पैसे बच सकते हैं. ताजा मामले में अंबाला में ज्वेलरी शॉप पर हुई 9.80 लाख रुपये की ठगी को भी साइबर टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बचा लिया. Cyber fraud with jeweller in ambala.

Cyber fraud in haryana
अंबाला में साइबर ठगी
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Published : Aug 22, 2022, 9:51 AM IST

चंडीगढ़: हरियाणा में साइबर अपराध के मामले लगातार बढ़ने लगे हैं. साइबर अपराधी, अपराध करने के नए-नए तरीके ईजाद करते जा रहे हैं और आम जनता की मेहनत की कमाई पर डाका डाल रहे हैं. लेकिन साइबर अपराध को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा संचालित नेशनल साइबर हेल्पलाइन 1930 बेहद कारगर साबित हो रही है. राज्य अपराध शाखा की मीडिया सेल ने जानकारी देते हुआ बताया की वह बतौर साइबर नोडल एजेंसी हरियाणा में काम कर रहे हैं और रोजाना आने वाली शिकायतों का निपटान तुरंत कर रहे (Cyber fraud in haryana) हैं.

उन्होंने बताया की अंबाला जिले के ज्वेलरी शॉप के मालिक ऋषि वर्मा ने 1930 पर सुबह अपनी शिकायत दर्ज करवाई और बताया कि किसी अनजान व्यक्ति ने उनका नाम लेकर उनके अकाउंटेंट से दुकान पर बात की और खुद को ऋषि वर्मा बताते हुए खाते में 9.80 लाख जमा करवाने को (Cyber fraud with jeweller in ambala) कहा. अकाउंटेंट ने तुरंत पैसे खाते में जमा करवा दिए. जैसे ही इस बात की जानकारी ऋषि वर्मा को मिली और उन्हें ठगने का एहसास हुआ और उन्होंने तुरंत 1930 पर संपर्क किया. जिसपर साइबर टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रांजैक्शन को रोका और उद्योगपति के 9.80 लाख रुपये बचा लिए.

क्या है नेशनल साइबर हेल्पलाइन- एससीबी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार ने आरबीआई और सभी बैंकों को एक प्लेटफार्म पर लाते हुए साइबर अपराध की रोकथाम के लिए अप्रैल 2021 में हेल्पलाइन 155260 जारी की थी, लेकिन समय के साथ इसमें बदलाव किये गए और आम जनता तक बेहतर पहुंच के लिए जनवरी 2022 में इस हेल्पलाइन को 1930 में परिवर्तित कर कर पूरे देश में लागू कर (Cyber fraud helpline number) दिया.

तुरंत करे अपराध शाखा से पर संपर्क- इस हेल्पलाइन पर साइबर अपराध होने के तुरंत बाद शिकायत दर्ज करवाने का प्रावधान है और इसके लिए आपको किसी थाने में जाने की जरूरत नहीं है और शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाती है. प्रवक्ता ने बताया की इस नंबर पर शिकायत देते ही साइबर टीम तुरंत बैंक और भुगतान इंटरफेस से संपर्क साधने लग जाती है और जिस भी खाते में अपराधी ने पैसे जमा करवाए है उन्हें तुरंत फ्रिज करवा दिया जाता है और वापस ओरिजिनल खाते में रिवर्ट करवा दिया जाता (ambala Cyber fraud) है.

इस वेबसाइट पर भी कर सकते हैं शिकायत- इसके अतिरिक्त cybercrime.gov.in पर भी शिकायत दर्ज करवाने का ऑप्शन है ताकि पीड़ितों को कहीं जाने की जरूरत ना पड़े और शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई हो सके. 1930 पर आने वाली शिकायतों में पैसे की वापसी इस बात पर निर्भर करती है कि अपराध होने के कितने देर बाद शिकायत दर्ज की गयी है. ऐसे में राज्य अपराध शाखा ने जनता से अपील की है कि वे अपराध होते ही तुरंत 1930 पर शिकायत जरूर दर्ज करें. ताकि समय रहते पैसों का ट्रांसफर बचाया जा (Cyber fraud in ambala) सके.

अपराधी ढूंढ रहे नए तरीके- एससीबी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर अपराधी दिन प्रति दिन नए नए तरिके इजाद करते जा रहे हैं और इस बाबत जनता को समझदार होने की आवश्यकता है. भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर फोन पर आने वाले व्यक्ति पर बिना जान पहचान लोग विश्वास कर लेते हैं जिसके कारण साइबर अपराध हो जाता है. इसीलिए स्टेट क्राइम ब्रांच व जिला पुलिस ने सभी से अपील की है कि वे अपने बैंक खाते की जानकारी, डेबिट या क्रेडिट कार्ड की किसी को ना दें. फोन पर आने वाला ओटीपी किसी अनजान से शेयर न करें. किसी भी लिंक को क्लिक न करें और ना ही किसी कोड को स्कैन करें.

पुलिस मुख्यालय करेगा साइबर राहगीरी का आयोजन- प्रवक्ता ने बताया कि प्रत्येक महीने के पहले बुधवार को साइबर जागरूकता दिवस मनाया जाता है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जिला उपायुक्तों को कहा है कि स्कूल कॉलेज पंचायत और म्यूनिसिपैलिटी में 11-12 बजे दिन में साइबर जागरूकता की गतिविधियां आयोजित करें. पुलिस मुख्यालय ने जिला पुलिस को कहा है कि इस दिन सिविल डिपार्टमेंट और एनजीओ की मदद से साइबर राहगीरी का आयोजन कर साइबर क्राइम केमोड्स ऑपरेंडी और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 के बारे में आमजन को जागरूक करें.

ये भी पढ़ें: रेवाड़ी में एटीएम बदलकर पूर्व सैनिक से ठगी, शातिरों ने खाते से निकाले 85 हजार

चंडीगढ़: हरियाणा में साइबर अपराध के मामले लगातार बढ़ने लगे हैं. साइबर अपराधी, अपराध करने के नए-नए तरीके ईजाद करते जा रहे हैं और आम जनता की मेहनत की कमाई पर डाका डाल रहे हैं. लेकिन साइबर अपराध को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा संचालित नेशनल साइबर हेल्पलाइन 1930 बेहद कारगर साबित हो रही है. राज्य अपराध शाखा की मीडिया सेल ने जानकारी देते हुआ बताया की वह बतौर साइबर नोडल एजेंसी हरियाणा में काम कर रहे हैं और रोजाना आने वाली शिकायतों का निपटान तुरंत कर रहे (Cyber fraud in haryana) हैं.

उन्होंने बताया की अंबाला जिले के ज्वेलरी शॉप के मालिक ऋषि वर्मा ने 1930 पर सुबह अपनी शिकायत दर्ज करवाई और बताया कि किसी अनजान व्यक्ति ने उनका नाम लेकर उनके अकाउंटेंट से दुकान पर बात की और खुद को ऋषि वर्मा बताते हुए खाते में 9.80 लाख जमा करवाने को (Cyber fraud with jeweller in ambala) कहा. अकाउंटेंट ने तुरंत पैसे खाते में जमा करवा दिए. जैसे ही इस बात की जानकारी ऋषि वर्मा को मिली और उन्हें ठगने का एहसास हुआ और उन्होंने तुरंत 1930 पर संपर्क किया. जिसपर साइबर टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रांजैक्शन को रोका और उद्योगपति के 9.80 लाख रुपये बचा लिए.

क्या है नेशनल साइबर हेल्पलाइन- एससीबी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार ने आरबीआई और सभी बैंकों को एक प्लेटफार्म पर लाते हुए साइबर अपराध की रोकथाम के लिए अप्रैल 2021 में हेल्पलाइन 155260 जारी की थी, लेकिन समय के साथ इसमें बदलाव किये गए और आम जनता तक बेहतर पहुंच के लिए जनवरी 2022 में इस हेल्पलाइन को 1930 में परिवर्तित कर कर पूरे देश में लागू कर (Cyber fraud helpline number) दिया.

तुरंत करे अपराध शाखा से पर संपर्क- इस हेल्पलाइन पर साइबर अपराध होने के तुरंत बाद शिकायत दर्ज करवाने का प्रावधान है और इसके लिए आपको किसी थाने में जाने की जरूरत नहीं है और शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाती है. प्रवक्ता ने बताया की इस नंबर पर शिकायत देते ही साइबर टीम तुरंत बैंक और भुगतान इंटरफेस से संपर्क साधने लग जाती है और जिस भी खाते में अपराधी ने पैसे जमा करवाए है उन्हें तुरंत फ्रिज करवा दिया जाता है और वापस ओरिजिनल खाते में रिवर्ट करवा दिया जाता (ambala Cyber fraud) है.

इस वेबसाइट पर भी कर सकते हैं शिकायत- इसके अतिरिक्त cybercrime.gov.in पर भी शिकायत दर्ज करवाने का ऑप्शन है ताकि पीड़ितों को कहीं जाने की जरूरत ना पड़े और शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई हो सके. 1930 पर आने वाली शिकायतों में पैसे की वापसी इस बात पर निर्भर करती है कि अपराध होने के कितने देर बाद शिकायत दर्ज की गयी है. ऐसे में राज्य अपराध शाखा ने जनता से अपील की है कि वे अपराध होते ही तुरंत 1930 पर शिकायत जरूर दर्ज करें. ताकि समय रहते पैसों का ट्रांसफर बचाया जा (Cyber fraud in ambala) सके.

अपराधी ढूंढ रहे नए तरीके- एससीबी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर अपराधी दिन प्रति दिन नए नए तरिके इजाद करते जा रहे हैं और इस बाबत जनता को समझदार होने की आवश्यकता है. भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर फोन पर आने वाले व्यक्ति पर बिना जान पहचान लोग विश्वास कर लेते हैं जिसके कारण साइबर अपराध हो जाता है. इसीलिए स्टेट क्राइम ब्रांच व जिला पुलिस ने सभी से अपील की है कि वे अपने बैंक खाते की जानकारी, डेबिट या क्रेडिट कार्ड की किसी को ना दें. फोन पर आने वाला ओटीपी किसी अनजान से शेयर न करें. किसी भी लिंक को क्लिक न करें और ना ही किसी कोड को स्कैन करें.

पुलिस मुख्यालय करेगा साइबर राहगीरी का आयोजन- प्रवक्ता ने बताया कि प्रत्येक महीने के पहले बुधवार को साइबर जागरूकता दिवस मनाया जाता है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जिला उपायुक्तों को कहा है कि स्कूल कॉलेज पंचायत और म्यूनिसिपैलिटी में 11-12 बजे दिन में साइबर जागरूकता की गतिविधियां आयोजित करें. पुलिस मुख्यालय ने जिला पुलिस को कहा है कि इस दिन सिविल डिपार्टमेंट और एनजीओ की मदद से साइबर राहगीरी का आयोजन कर साइबर क्राइम केमोड्स ऑपरेंडी और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 के बारे में आमजन को जागरूक करें.

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