चंडीगढ़: देश भर में दशहरे की धूम देखने को मिल रही है. बात करें चंडीगढ़ की तो यहां दुनिया का सबसे बड़ा रावण दहन के लिए रखा गया है. ये रावण 221 फीट ऊंचा है. इस रावण को खड़ा करने में करीब 12 घंटे का वक्त लगा. इसे चंडीगढ़ की धनास कॉलोनी के परेड ग्राउंड में खड़ा कर दिया गया है. जिसका आज दहन किया जाएगा.
- 221 फीट ऊंचे रावण को खड़ा करने के लिए जहां दो क्रेन व एक जेसीबी मशीन की मदद ली गई
- 150 लोगों को इसमें मदद के लिए लगना पड़ा
- करीब 70 क्विंटल वजन वाले इस रावण के पुतले के बेस को सेट करने में ही तीन घंटे का वक्त लग गया
- रावण के पुतले की सुरक्षा के लिए चारों तरफ 500 फीट की बाउंड्री तैयार की गई है
- इसके अतिरिक्त 40-50 व्यक्ति भी रात में इसकी सुरक्षा करते थे
रावण की 40 फीट लंबी जूती
रावण के पुतले की जो जूती है वो करीब 40 फीट लंबी है. एक जूती को उठाने में 11-12 लोगों को लगना पड़ता है. इसका डिजाइन भी काफी सुंदर है. जिसे लोहे और बांस की मदद से आकर्षक लुक दिया जा रहा है.
दो क्विंटल की है रावण की तलवार
रावण की तलवार करीब 12 फीट की है, इसकी लंबाई 55 फीट और वजन करीब दो क्विंटल है. इसे विशेष तौर पर तैयार किया गया है.
रिमोट कंट्रोल से होगा रावण का दहन
रावण का दहन रिमोट कंट्रोल से किया जाएगा. सबसे पहले छत्र में धमाका होगा, उसके बाद मुकुट, फिर तलवार, ढाल, जूते और फिर सिर-धड़ को उड़ाया जाएगा. इसमें ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि प्रदूषण पर लगाम लगाई जा सके.
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पुतला बनाने को लेकर लिम्का बुक में नाम
रावण के पुतले को बनाने के लिए तेजिंदर चौहान का नाम अब तक पांच बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज हो चुका है. तेजिंदर ने बताया कि 2011 में 175 फुट ऊंचा पुतला बनाकर पहली बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया था. उसके बाद 2012 में 180 फीट और 2013 में 185 फीट, 2014 में 190 फीट, 2015 में 200 फीट और 2018 में 210 फीट ऊंचा रावण बनाया था. इस पुतले का निर्माण 15 अप्रैल से शुरू किया गया था. इसे बनाने में 20 लाख रुपए का खर्च आया था.