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आज चंडीगढ़ में होगा दुनिया के सबसे ऊंचे रावण का दहन, जानें क्या है इसकी खासियत

आज चंडीगढ़ में दुनिया के सबसे ऊंचे रावण का दहन किया जाएगा. इसे चंडीगढ़ की धनास कॉलोनी के परेड ग्राउंड में खड़ा कर दिया गया है.

आज चंडीगढ़ में दुनिया के सबसे बड़े रावण का दहन
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Published : Oct 8, 2019, 12:28 PM IST

Updated : Oct 8, 2019, 2:31 PM IST

चंडीगढ़: देश भर में दशहरे की धूम देखने को मिल रही है. बात करें चंडीगढ़ की तो यहां दुनिया का सबसे बड़ा रावण दहन के लिए रखा गया है. ये रावण 221 फीट ऊंचा है. इस रावण को खड़ा करने में करीब 12 घंटे का वक्त लगा. इसे चंडीगढ़ की धनास कॉलोनी के परेड ग्राउंड में खड़ा कर दिया गया है. जिसका आज दहन किया जाएगा.

आज चंडीगढ़ में होगा दुनिया के सबसे ऊंचे रावण का दहन
  • 221 फीट ऊंचे रावण को खड़ा करने के लिए जहां दो क्रेन व एक जेसीबी मशीन की मदद ली गई
  • 150 लोगों को इसमें मदद के लिए लगना पड़ा
  • करीब 70 क्विंटल वजन वाले इस रावण के पुतले के बेस को सेट करने में ही तीन घंटे का वक्त लग गया
  • रावण के पुतले की सुरक्षा के लिए चारों तरफ 500 फीट की बाउंड्री तैयार की गई है
  • इसके अतिरिक्त 40-50 व्यक्ति भी रात में इसकी सुरक्षा करते थे
    combustion of world's largest ravana in chandigarh
    60 फीट ऊंचा रावण का मुकुट

रावण की 40 फीट लंबी जूती
रावण के पुतले की जो जूती है वो करीब 40 फीट लंबी है. एक जूती को उठाने में 11-12 लोगों को लगना पड़ता है. इसका डिजाइन भी काफी सुंदर है. जिसे लोहे और बांस की मदद से आकर्षक लुक दिया जा रहा है.

combustion of world's largest ravana in chandigarh
रावण की 40 फीट लंबी जूती

दो क्विंटल की है रावण की तलवार
रावण की तलवार करीब 12 फीट की है, इसकी लंबाई 55 फीट और वजन करीब दो क्विंटल है. इसे विशेष तौर पर तैयार किया गया है.

combustion of world's largest ravana in chandigarh
दो क्विंटल की है रावण की तलवार

रिमोट कंट्रोल से होगा रावण का दहन
रावण का दहन रिमोट कंट्रोल से किया जाएगा. सबसे पहले छत्र में धमाका होगा, उसके बाद मुकुट, फिर तलवार, ढाल, जूते और फिर सिर-धड़ को उड़ाया जाएगा. इसमें ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि प्रदूषण पर लगाम लगाई जा सके.

combustion of world's largest ravana in chandigarh
221 फीट लंबा रावण का पुतला

ये भी पढ़ें: देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा विजयादशमी का पर्व, जानें क्या है मान्यता

पुतला बनाने को लेकर लिम्का बुक में नाम
रावण के पुतले को बनाने के लिए तेजिंदर चौहान का नाम अब तक पांच बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज हो चुका है. तेजिंदर ने बताया कि 2011 में 175 फुट ऊंचा पुतला बनाकर पहली बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया था. उसके बाद 2012 में 180 फीट और 2013 में 185 फीट, 2014 में 190 फीट, 2015 में 200 फीट और 2018 में 210 फीट ऊंचा रावण बनाया था. इस पुतले का निर्माण 15 अप्रैल से शुरू किया गया था. इसे बनाने में 20 लाख रुपए का खर्च आया था.

चंडीगढ़: देश भर में दशहरे की धूम देखने को मिल रही है. बात करें चंडीगढ़ की तो यहां दुनिया का सबसे बड़ा रावण दहन के लिए रखा गया है. ये रावण 221 फीट ऊंचा है. इस रावण को खड़ा करने में करीब 12 घंटे का वक्त लगा. इसे चंडीगढ़ की धनास कॉलोनी के परेड ग्राउंड में खड़ा कर दिया गया है. जिसका आज दहन किया जाएगा.

आज चंडीगढ़ में होगा दुनिया के सबसे ऊंचे रावण का दहन
  • 221 फीट ऊंचे रावण को खड़ा करने के लिए जहां दो क्रेन व एक जेसीबी मशीन की मदद ली गई
  • 150 लोगों को इसमें मदद के लिए लगना पड़ा
  • करीब 70 क्विंटल वजन वाले इस रावण के पुतले के बेस को सेट करने में ही तीन घंटे का वक्त लग गया
  • रावण के पुतले की सुरक्षा के लिए चारों तरफ 500 फीट की बाउंड्री तैयार की गई है
  • इसके अतिरिक्त 40-50 व्यक्ति भी रात में इसकी सुरक्षा करते थे
    combustion of world's largest ravana in chandigarh
    60 फीट ऊंचा रावण का मुकुट

रावण की 40 फीट लंबी जूती
रावण के पुतले की जो जूती है वो करीब 40 फीट लंबी है. एक जूती को उठाने में 11-12 लोगों को लगना पड़ता है. इसका डिजाइन भी काफी सुंदर है. जिसे लोहे और बांस की मदद से आकर्षक लुक दिया जा रहा है.

combustion of world's largest ravana in chandigarh
रावण की 40 फीट लंबी जूती

दो क्विंटल की है रावण की तलवार
रावण की तलवार करीब 12 फीट की है, इसकी लंबाई 55 फीट और वजन करीब दो क्विंटल है. इसे विशेष तौर पर तैयार किया गया है.

combustion of world's largest ravana in chandigarh
दो क्विंटल की है रावण की तलवार

रिमोट कंट्रोल से होगा रावण का दहन
रावण का दहन रिमोट कंट्रोल से किया जाएगा. सबसे पहले छत्र में धमाका होगा, उसके बाद मुकुट, फिर तलवार, ढाल, जूते और फिर सिर-धड़ को उड़ाया जाएगा. इसमें ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि प्रदूषण पर लगाम लगाई जा सके.

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221 फीट लंबा रावण का पुतला

ये भी पढ़ें: देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा विजयादशमी का पर्व, जानें क्या है मान्यता

पुतला बनाने को लेकर लिम्का बुक में नाम
रावण के पुतले को बनाने के लिए तेजिंदर चौहान का नाम अब तक पांच बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज हो चुका है. तेजिंदर ने बताया कि 2011 में 175 फुट ऊंचा पुतला बनाकर पहली बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया था. उसके बाद 2012 में 180 फीट और 2013 में 185 फीट, 2014 में 190 फीट, 2015 में 200 फीट और 2018 में 210 फीट ऊंचा रावण बनाया था. इस पुतले का निर्माण 15 अप्रैल से शुरू किया गया था. इसे बनाने में 20 लाख रुपए का खर्च आया था.

Intro:देशभर में दशहरे का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है .। रावण दहन लोगों में हमेशा ही चर्चा का विषय बना रहता है और इस साल चंडीगढ़ में तैयार किया गया रावण काफी चर्चाएं बटोर रहा है । क्योंकि यह रावण का पुतला दुनिया का सबसे ऊंचा रावण का पुतला है। इसकी ऊंचाई करीब 221 फुट है।


Body:2 महीने से तैयार किए जा रहे इस पुतले को आखिरकार पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है और इसे धनास के मैदान में खड़ा कर दिया गया है

इतने बड़े पुतले को खड़ा करने के लिए करीब 12 घंटे का समय लगा और इसके लिए 150 लोगों ने कड़ी मेहनत की। इसके अलावा इस पुतले को खड़ा करने के लिए दो बड़ी क्रेन और एक जेसीबी मशीन का भी सहारा लिया गया। इसके बाद इस पुतले को खड़ा किया जा सका।

आपको बता दें कि इस पुतले की कुल ऊंचाई 221 फुट है इस पुतले का मुकुट करीब 66 फुट का है। जबकि रावण का चेहरा 25 फुट का है। इसके अलावा रावण की तलवार 55 फुट ऊंची है। जबकि रावण का परिधान 90 फुट का है। इसके अलावा रावण के जूते भी काफी बड़े साइज के हैं ।रावण के जूतों की लंबाई 40 फुट है । रावण के पुतले का हर एक हिस्सा काफी बड़ा है। जिस वजह से यह दुनिया का सबसे ऊंचा रावण का पुतला है।
इस पुतले को लेकर चंडीगढ़ ही नहीं बल्कि आसपास के इलाके के लोगों में भी काफी क्रेज है। इसलिए यह लोग दशहरे से 1 दिन पहले ही चंडीगढ़ में लगे इस पुतले को देखने के लिए पहुंचने शुरू हो गए हैं।। इन लोगों का कहना है कि यह पुतला अपने आप में बेहद खास है। एक तो यह दुनिया का सबसे ऊंचा पुतला है । इसके अलावा इस पुतले को बहुत ही बेहतरीन तरीके से बनाया गया है। तलवार आदि काफी अच्छी बनाई गई है। जो साइज में बड़ा होने के साथ-साथ बेहद सुंदर भी है। उन लोगों ने कहा कि कल इसे जला दिया जाएगा ।इसलिए हम एक दिन पहले ही पुतले को देखने के लिए पहुंच गए हैं और दहन के समय भी हम इसे देखने के लिए पहुंचेंगे ।
आपको बता दें कि चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल बी पी सिंह बदनोर इस पुतले का दहन करेंगे । इस पुतले का दहन रिमोट कंट्रोल के जरिए किया जाएगा । रावण दहन के इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग पहुंचेंगे । इसलिए यहां पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं । रावण को देखने के लिए पुतले से 50 मीटर दूर एक बाउंड्री वाल बनाई गई है। ताकि लोग पुतले के पास ना जा सके।

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नोट - तेज हवा की वजह से आवाज में थोड़ी डिस्टरबेंस है। कृपया चेक कर ले




Conclusion:
Last Updated : Oct 8, 2019, 2:31 PM IST
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