चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद आरोड़ा ने चंडीगढ़ में सभी मण्डलायुक्तों और जिला उपायुक्तों की वीडियों कॉफ्रेंसिंग बैठक ली. इस बैठक में केशनी ने सभी मण्डलायुक्तों और जिला उपायुक्तों को प्रदेश में किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए. इसके अलावा 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश भी दिए.
वीडियों कॉफ्रेंसिंग से मण्डलायुक्तों और जिला उपायुक्तों को निर्देश
ये निर्देश मुख्यसचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने मण्डलायुक्तों और जिला उपायुक्तों को वीडियों कॉफ्रेंसिंग के जरिए दी. उन्होंने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन की जागरूकता के लिए सभी जिलों में मोबाइल पार्टियों के कार्य को शीघ्र पूरा किया जाए ताकि प्रदेश तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण को रोकने में सहायता मिल सके.
पराली जलाने वाले क्षेत्रों पर रहेगी पैनी नजर
पिछले साल जिन क्षेत्रों से पराली जलाने के मामले सामने आए, उन क्षेत्रों पर पैनी नजर रखी जाए. उपायुक्त अपने स्तर पर फसल अवशेष प्रबंधन की समीक्षा प्रतिदिन करें. फसल अवशेषों के प्रबंधन को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसान पराली न जला कर उपकरणों के माध्यम फसल अवशेषों का प्रबंधन सही ढंग से करें.
पराली ना जलाने के लिए जागरूकता पखवाड़ा
बैठक में बताया गया कि पराली न जलाने के लिए राज्य की 6 लाख हेक्टेयर भूमि को कवर किया जाएगा और इसके लिए अलावा समय-समय पर किसानों को मोबाइल के माध्यम से संदेश भी भेजे जा रहे हैं. पराली जलाने की सूचना देने के लिए किसान मोबाइल ऐप भी तैयार किया गया है. इस ऐप के माध्यम से प्रदेश का आम नागरिक भी पराली जलाने की सूचना दे सकता है. बैठक में बताया गया कि फसल अवशेष प्रबंधन के लिए सभी जिलों में जागरूकता पखवाड़ा चलाया जा रहा है.
2 अक्टूबर को आयोजित होगी दौड़
अरोड़ा ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती पर फिट इंडिया कार्यक्रम के तहत सभी गांवों में 2 किलोमीटर की दौड़ का आयोजन किया जाए, जिसमें प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने एवं महात्मा गांधी के आर्दशों के बारे जागरूक किया जाएगा. इस दिन सभी जिलों में महात्मा गांधी जी के जीवन पर फिल्म भी दिखाई जाएगी.
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प्लास्टिक प्रबंधन के निर्देश
इस दिन शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्लास्टिक वेस्ट को एकत्र करके चिन्हिंत स्थानों पर उसका प्रबंधन किया जाए तथा दोबारा उपयोग में लाए जाने वाले और एकल प्रयोग वाले प्लास्टिक को अलग-अलग कर प्लास्टिक कचरे का प्रबंधन किया जाए. दोबारा उपयोग में लाए जाने वाले प्लास्टिक को विभिन्न औद्योगिक इकाइयों तक पहुंचाया जाए ताकि वे इसका पुन: उपयोग कर सकें.
प्लास्टिक निपटारे के लिए प्रयोग करें कपड़े के बैग
मुख्यसचिव ने बताया कि इस अभियान के तहत प्लास्टिक का उपयोग करने वालों पर सख्ती बरती जाए. प्लास्टिक वेस्ट का निपटान करने के लिए सडक़ निर्माण में भी प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग किया जाए. सडक़ निर्माण में भी 25 प्रतिशत प्लास्टिक का उपयोग किया जाए. सभी जिलों में जूट एवं कपड़े के बैग के वितरण कार्य में तेजी लाई जाए.
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बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल,विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव, सुधीर राजपाल, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव, आनंद मोहन शरण, सूचना जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक समीर पाल सरो के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.