चंडीगढ़: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को फर्जी एनकाउंटर का डर सता रहा है. चंडीगढ़ सेक्टर-33 निवासी शराब कारोबारी अरविंद सिंगला और सेक्टर-9 स्थित शराब के ठेके के बाहर हुए गोलीकांड के मामले में पुलिस लॉरेंस बिश्नोई को प्रोडक्शन वारंट पर चंडीगढ़ लाना चाहती है. लॉरेंस बिश्नोई को डर है कि पुलिस प्रोडक्शन वारंट के बहाने उसका फर्जी एनकाउंटर कर सकती है. इसलिए लॉरेंस बिश्नोई ने अपने लिए कोर्ट से सुरक्षा की मांग की थी.
इस मामले में सोमवार को चंडीगढ़ जिला अदालत में सुनवाई हुई. सुनवाई में चंडीगढ़ पुलिस ने कहा कि जांच के लिए लॉरेंस बिश्नोई को लाना जरूरी है. लॉरेंस बिश्नोई के वकील तरमिंद्र सिंह के अनुसार दायर याचिका में बिश्नोई ने चंडीगढ़ पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर करने की आशंका जताई है. दोनों मामलों में प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आते समय लॉरेंस बिश्नोई ने हथकड़ी से हाथ बांधने के साथ स्पेशल सिक्योरिटी की भी मांग की थी.
इस याचिका पर कोर्ट ने यूटी पुलिस को नोटिस जारी किया था. वहीं अरविंद सिंगला मामले में पुलिस स्टेशन सेक्टर-34 ने रिप्लाई फाइल करते हुए कहा कि इस मामले में जांच की जरूरत है. इसलिए लॉरेंस बिश्नोई को प्रोडक्शन वारंट पर लाना होगा. मामले की अगली सुनवाई 15 जुलाई को होगी.
कौन है लॉरेंस बिश्नोई ?
लॉरेंस बिश्नोई कुख्यात गैंगस्टर है. जो 2 साल से भरतपुर की जेल में बंद है. 31 मई को चंडीगढ़ सेक्टर-33 में शराब कारोबारी सिंगला की कोठी पर गोलियां बरसाई गई थीं और 2 जून को सेक्टर-9 स्थित शराब के ठेके पर भी गोलीबारी हुई थी. इन दोनों मामलों में पुलिस गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को प्रोडक्शन वारंट पर चंडीगढ़ लाना चाहती है. बता दें कि, जिस समय दोनों घटनाएं हुईं, वो जेल में था. पुलिस की जांच में लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया था.
ये भी पढ़ें- टोहाना: आशा वर्कर के परिवार के सात सदस्य मिले कोरोना पॉजिटिव