चंडीगढ़: विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही के उपरांत हुड्डा ने मीडिया गैलरी में प्रेसवार्ता कर जेजेपी-बीजेपी गठबंधन सरकार पर एक-एक कर कई तीर दागे. सबसे पहले भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में ना तो सरकार की कोई उपलब्धि नजर आती है और ना ही गठबंधन सरकार का कोई विजन.
हुड्डा ने कई बार ये भी दोहराया कि विपक्ष को सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा. स्पीकर विपक्षी विधायकों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं और सरकार भी किसी सवाल का स्पष्ट जवाब नहीं दे रही बल्कि गुमराह कर रही है. धान घोटाले का भी हुड्डा ने एक बार फिर जिक्र किया और कहा कि इस मामले में ना तो कोई कार्रवाई हुई है और ना ही सरकार ने कोई स्पष्ट जवाब दिया है.
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भूपेंद्र हुड्डा ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में जितनी धान की फसल हुई है और जितनी खरीद की गई है उसमें एक बड़ा अंतर नजर आता है. सरकार धान घोटाले पर ना तो कोई एफआईआर दर्ज कर रही है और ना ही सीबीआई की इंक्वायरी कराने के लिए तैयार है. उन्होंने एक बार फिर मांग की या तो हाईकोर्ट के सिटिंग जज या फिर सीबीआई की जांच इस विषय में होनी चाहिए.
हुड्डा ने तंज कसते हुए कहा कि नई एक्साइज पॉलिसी को लेकर प्रदेश में जो चर्चा है वह सबको मालूम है. एक तरफ तो सरकार 700 गांव में ठेके ना खोलने की बात कर रही है और दूसरी तरफ घर-घर शराब की तस्करी बढ़वाने पर लगी है. उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के शराब तस्करों के खिलाफ कड़ा कानून लाने के दावे पर हुड्डा ने कहा कि शराब तस्कर प्रदेश में पैर पसारे ऐसा मौका ही क्यों दिया जाए. इसकी बजाय इस नीति को ही वापस लेकर नई अच्छी नीति प्रदेश सरकार को लानी चाहिए.
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