चंडीगढ़/नई दिल्ली: मध्य प्रदेश से अवैध हथियार लाकर उसे दिल्ली एनसीआर के बदमाशों को सप्लाई करने वाले तस्कर को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपी तैयब के पास से 10 पिस्तौल, तीन रिवाल्वर और 125 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. वह बीते 5 साल से अवैध हथियारों की तस्करी कर रहा है और अब तक 400 से ज्यादा पिस्तौल सप्लाई कर चुका है.
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने दी जानकारी
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार अवैध हथियारों की तस्करी को लेकर एसीपी अतर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिवकुमार और कर्मवीर सिंह की टीम काम कर रही थी. इस टीम को पता चला कि मध्य प्रदेश के सेंधवा, खरगोन, धार और बुरहानपुर से भारी मात्रा में अवैध हथियार एनसीआर में खपाए जा रहे हैं. ऐसे गिरोहों को लेकर स्पेशल सेल की टीम छानबीन कर रही थी. इस दौरान उन्हें पता चला कि मेवात का रहने वाला तैयब अवैध हथियारों की सप्लाई कर रहा है. पुलिस टीम में उसके बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया.
हथियार पहुंचाने आया था एमबी रोड
लगभग 2 महीने की मेहनत के बाद उसके बारे में पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारियां मिली. उन्हें पता चला कि तैयब महरौली- बदरपुर रोड स्थित काया माया अस्पताल के पास किसी को अवैध हथियार देने के लिए आएगा. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने जाल बिछाया. कुछ देर बाद यहां पर एक ऑटो में सवार होकर युवक आया जिसके पास बैग था. वह सड़क किनारे खड़ा हो गया.
उसी समय पुलिस टीम ने छापा मारकर उसे पकड़ लिया. तलाशी में उसके बैग से 10 सिंगल शॉट पिस्तौल और तीन रिवाल्वर बरामद हुए. इसके साथ ही 125 कारतूस भी मिले. उसके खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पांच साल से कर रहा था हथियार सप्लाई
पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह मध्य प्रदेश के सेंधवा से हथियार लाकर उसे दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करता है. वह लगभग 5 साल से हथियार की तस्करी में शामिल है. वह मेवात इलाके में भी अवैध हथियार सप्लाई करता रहा है. वर्ष 2015 में वह मेवात के कुछ तस्करों से मिला था जिन्होंने उसे अवैध हथियार की तस्करी में लगाया. धीरे-धीरे उसने अपना नेटवर्क बनाया और खुद अवैध हथियार की तस्करी करने लगा. वर्ष 2017 में स्पेशल सेल ने उसे 20 पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया था. दिसंबर 2018 में भी स्पेशल सेल ने उसे अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया था. इसके अलावा 2016 में हरियाणा के होडल सिटी थाना पुलिस ने उसे अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया था.