चंडीगढ़: शिक्षा विभाग की ओर से किये जा रहे तबादलों को लेकर शुक्रवार रात को मृतक संस्कृत टीचर स्वर्गीय हंसराज का तबादला मामला अधिकारियों के संज्ञान में आने पर विभाग की ओर से आगामी कार्रवाई (Action on transfer of dead teacher in Sirsa) के आदेश जारी किए गए हैं. तबादला प्रक्रिया से सम्बंधित सॉफ्टवेयर की वजह से गलती पकड़े जाने के बाद विभाग की ओर से मृतक शिक्षक के तबादले के आदेश रदद् कर दिए गए हैं. दरअसल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सालमखेड़ा (सिरसा) में नियुक्त संस्कृत अध्यापक हंसराज की 22 जुलाई को मृत्यु हो गयी थी.
अध्यापक की मृत्यु की जानकारी स्कूल मुखिया की ओर से एमआईएस पोर्टल पर अपडेट की जानी थी. लेकिन स्कूल मुखिया की ओर से ऐसा नहीं किया गया. शिक्षा विभाग की ओर से चल रही तबादला प्रक्रिया में जब दूसरे चरण में भी उनकी ओर से स्कूल चयन के लिए ऑप्शन नहीं भरे गए तो सॉफ्टवेयर ने उनको anywhere में डाल दिया. जिसके चलते उनके जीएमएस कासी राम का बास (सिरसा) में तबादला आदेश जारी हो गया. इसी दौरान ट्रांसफर से सम्बंधित सॉफ्टवेयर के चलते अधिकारियों ने गलती को पहचान लिया और उसके बाद तबादला आदेश रदद् कर दिया गया.
नए आदेशों के मुताबिक गेस्ट टीचर के चल रहे तबादलों में जीएमएस कासी राम का बास (सिरसा ) में संस्कृत विषय का पद ऑफर किया गया है ताकि वहां शिक्षक की जल्द व्यवस्था हो सके. इसके साथ ही डीईओ को आदेश दिए गए हैं कि सम्बन्धित स्कूल मुखिया से स्पष्टीकरण लें और निदेशालय को तीन दिन में अपडेट करें. फिलहाल गेस्ट टीचर की तबादला प्रक्रिया जारी है और जल्द ही गेस्ट टीचर के तबादला आदेश जारी किए जाएंगे.
सरकार और शिक्षा विभाग की लापरवाही से आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव के स्कूल के बाहर ही शासन और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर अपना विरोध जाहिर किया था. ऐलनाबाद की आम आदमी पार्टी की इकाई ने भी इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी. ग्रामीणों ने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग ने हरियाणा के कई स्कूलों के टीचरों का तबादला किया है, लेकिन उनके स्कूल में जिस टीचर का तबादला हुआ है उनकी 22 जुलाई को मृत्यु हो चुकी है. आम आदमी पार्टी ने इस मामले में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
यह मामला है ऐलनाबाद के काशी का बास गांव का. जहां शिक्षा विभाग की ओर से एक मृतक टीचर का ट्रांसफर (transfer of dead teacher in sirsa) कर दिया गया. रियाणा शिक्षा विभाग ने जिस टीचर का तबादला काशी का बास गांव में किया है उसका नाम हंस राज है. हंसराज एक संस्कृत का अध्यापक था और 3 महीने पहले ओढ़ां ब्लॉक के सालम खेड़ा गांव (Odhan Block Salam Kheda Village Sirsa) के सरकारी स्कूल में बतौर टीचर तैनात था. किसी कारणवश हंसराज ने सुसाइड कर लिया था, लेकिन शिक्षा विभाग के उसके मरने की सूचना तीन महीने के बाद भी नहीं पहुंची. मृतक शिक्षक का तबादला काशी का बास गांव (Kash ka Bas Village Sirsa) के सरकारी स्कूल में किया गया था. मामला संज्ञान में आने के बाद फिलहाल इस तबादला आदेश को रद्द कर दिया गया है.