चंडीगढ़: देश और प्रदेश में इस बार आतंकवाद विरोधी दिवस कोरोना संक्रमण की छाया में मनाया गया. बता दें कि प्रदेश सरकार ने सभी प्रशासनिक सचिवों, मंडलायुक्तों, पुलिस महानिदेशक और सभी उपायुक्तों को ये सुनिश्चित करने को कहा गया था कि 'आतंकवाद विरोधी दिवस' को सावधानीपूर्वक मनाया जा जाए.
बता दें कि कोविड-19 महामारी के चलते प्रतिभागियों और आयोजकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और जन-समूह इक्कठा न हो. इससे बचने के लिए संबंधित शाखाओं और कार्यालयों के प्रमुखों द्वारा अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कमरों और कार्यालयों में आतंकवाद विरोधी प्रतिज्ञा लेने की सलाह दी गई.
आतंकवाद विरोधी दिवस पर विभिन्न आतंकवाद-रोधी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इनमें वाद-विवाद, लेखन, चित्रकला प्रतियोगिता के साथ ही कई अन्य आयोजन किए जाते हैं. साथ ही स्कूल कॉलेज से लेकर सरकारी और निजी कार्यालयों में आतंकवाद के विरोध में शपथ दिलाई जाती है. लेकिन इस बार वैश्विक महामारी देखते हुए स्कूल कॉलेज बंद हैं. वहीं सरकारी कार्यालय में भी न्यूनतम उपस्थिति है. वहीं कोरोना के कहर के चलते सरकारी कार्यालयों में मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस की पालना करने के निर्देश दिए गए .
ये भी पढ़िए: ना खाना, ना पानी, मीलों का पैदल सफर, ये तस्वीरें देख पत्थर दिल भी पसीज जाएगा
बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा लोगों से अपील की गई थी कि वो इस दिन के महत्व और आतंकवाद विरोधी संदेश को डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रचारित करें. स्कूल कॉलेज भले ही बंद हो. लेकिन विद्यार्थी और कर्मचारी अपने-अपने घरों पर परिवार के साथ आतंकवाद विरोधी शपथ लें. जिसे देखते हुए युवाओं ने 21 मई को अपने घरों में आतंकवाद विरोधी शपथ ली.